राष्ट्रीय शहरी नवाचार कार्यशाला में मुख्यमंत्री की दो टूक, लीपापोती से नहीं चलेगा काम, गली मोहल्ले होने चाहिए साफ
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, 18 साल में शहर को बजबजाती नाली, टूटी फूटी सड़क, बरबादट्रैफिक से छुटकारा नहीं मिला। बहुत कुछ काम की जरूरत रायपुर शहर में है, अब लीपापोती से काम नहीं चलेगा।;
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, 18 साल में शहर को बजबजाती नाली, टूटी फूटी सड़क, बरबादट्रैफिक से छुटकारा नहीं मिला। बहुत कुछ काम की जरूरत रायपुर शहर में है, अब लीपापोती से काम नहीं चलेगा। गली मोहल्लेसाफ क्यों नहीं होते, इस पर पहले कामकरिए, तभी बात बनेगी। नालियां कचरा फेंकने केलिए नहीं हैं, यह कैसे लगातार बहती रहें, जाम ना रहें और बरसात का गंदा पानी सड़कों परना बहे, इस विषय में काम करने की जरूरत है। शहरमें मच्छरों का प्रकोप ना हो, ऐसी व्यवस्था जबतक नहीं होगी, तब तक स्मार्ट सिटी का मायने नहीं।नालियों की डिजाइन में बड़ी खामी है। इस दिशा में काम करें।
श्री बघेल ने ये खरी-खरी बात रायपुर स्मार्टसिटी, नगर निगम और इलेटस कंपनी द्वारा आयोजितराष्ट्रीय शहरी नवाचार कार्यशाला में मुख्य अतिथि के बतौर मंच से कही। कार्यक्रममें 6 राज्यों के निकाय प्रमुख के साथदेश-विदेश से नगरीय निकाय प्रमुख जुटे। भूपेश बघेल ने आयोजकों से कहा, राष्ट्रीय शहरी नवाचार कार्यशाला रायपुर सेशुरू होकर रायपुर में ही खत्म ना हो, बल्किदूर तलक ये बात जाए, इस तरह काप्रयास होना चाहिए। रायपुर छत्तीसगढ़ का चेहरा है। इसकी आधी रौनक जल्दबाजी में शहरसे नई राजधानी शिफ्ट करने में निकल गई। रायपुर स्मार्ट सिटी में आम नागरिकों कोजोड़ते हुए योजनाएं बनाई जाएं, हवा-हवाईयोजनाएं धरातल पर सफल नहीं होतीं।
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