कोरोना पर सीएम का बयान, कहा- हमें डरने की जरूरत नहीं है

उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा मामला सामने आया कि स्टेट व डिस्ट्रिक्ट लेबल के अधिकारियों को सूचित तक नहीं किया गया। पढ़िए पूरी खबर-;

Update: 2020-03-08 18:28 GMT

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस पर कहा कि बड़े कार्यक्रमों से दूरियाँ बनाना ना सिर्फ बचाव है, बल्कि हमारी सुरक्षा भी है। लेकिन इस वायरस से हमें डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, वरन हमें सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है। लिहाजा वे होली का पर्व अपने परिवार के साथ दुर्ग जिले के भिलाई स्थित निजी आवास पर मनाएंगे।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मैं बाकायदा घर में बधाई देने आने वाले सभी आगंतुकों से भी मुलाक़ात कर उनका अभिवादन स्वीकार करूंगा और रंग-गुलाल भी खेलूंगा।

बता दें कि प्रदेश की न्यायाधानी बिलासपुर के एक दिवसीय प्रवास के दौरान सीएम भूपेश बघेल ने महापौर रामशरण यादव के सरकारी बगंले में मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने पार्टी कार्यकर्ताओं समेत जनप्रतिनिधियों और शुभचिंतकों से मुलाक़ात की, जिसमें सीएम ने मौजूद महिलाओं और समर्थकों के साथ सेल्फी ली और विश्व महिला दिवस व होली पर्व की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी है।

रविवार की रात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर स्थित छत्तीसगढ़ भवन में विश्राम करेंगे और सोमवार की सुबह वे अमरकंटक के लिए रवाना होंगे।

गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से आगे बातचीत में कहा कि बिलासपुर की अरपा नदी हमारी पहली प्राथमिकता है, जिसे हमने बजट में शामिल कर लिया है। इस जीवनदायनी नदी से लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई है। इसके लिए हमने दो बैराज बनाने की घोषणा भी कर दी है।

सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में आयकर छापे पर कहा कि आयकर टीम ने राजनीति से प्रेरित होकर प्रदेश में की छापे की कार्यवाही की है, जबकि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का दो दिवसीय दौरा प्रवास का कार्यक्रम भी निर्धारित हो चुका था। ऐसे में उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी थी। इसके बावजूद एक सप्ताह तक छत्तीसगढ़ में 200 से अधिक आयकर विभाग के अधिकारियों का जमावड़ा था।

उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा मामला सामने आया कि स्टेट व डिस्ट्रिक्ट लेबल के अधिकारियों को सूचित तक नहीं किया गया। बल्कि सीआरपीएफ के जवानों को लेकर टीम आई थी। ये अब तक के इतिहास की पहली कार्यवाही है, जिसकी IT ने प्रेस नोट जारी कर कार्यवाही का खुलासा तक नही किया है। मुझे ऐसा लगता है कि इस कार्यवाही में संपत्तियों का जांच करना नहीं था, अलबत्ता सरकार को अस्थिर करना था। जो प्रश्नावली अधिकारियों ने संबंधितों से पूछे हैं, उनसे लगता है कि उनकी कार्यवाही पूरी की पूरी राजनीति से ही प्रेरित थी।

छत्तीसगढ़ की मीडिया की सीएम भूपेश बघेल ने तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश का मीडिया अतिसंवेदनशील है, लेकिन अफवाहों पर चिंता व नाराजगी भी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि तथाकथित मीडिया ने उनके ठिकानों पर भी छापा बताने लगी थी, जहां छापे की टीम पहुंची भी नहीं थी।

कुछ ने तो 100 करोड़ की संपत्ति बरामद होने और कुछ ने तो नोट गिनने वाली मशीन से गिनती होने की तक अफवाह फैलाई थी। सीएम बघेल ने मीडिया से सवाल करते हुए पूछा कि कहा क्या 26 हजार रुपए गिनने के लिए कहीं कोई मशीन की आवश्यकता होती है।

सीएम बघेल ने पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम के बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि इनके पास कहाँ से जानकारियां आ रही थी, क्या उन्हें IT के अधिकारी कार्यवाही की रिपोर्ट कर रहे थे.. ये कैसे जान गए कि कहाँ क्या निकला...? इससे से अंदाजा और भी पक्का होने लगता है कि आयकर की प्रदेश में की गई कार्यवाही राजनीति से ही प्रेरित थी। 

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