छत्तीसगढ़ की सीमा में घुसा टिड्डी दल, एक्शन मोड में प्रशासनिक टीम
कृषि, राजस्व उद्यानिकी, पुलिस और प्रशासन के अलावा इलाके के ग्रामीण भी मौजूद। पढ़िए पूरी खबर-;
कोरिया। प्रदेशों में टिड्डी दलों का आतंक जारी है। पाकिस्तान से आए टिड्डियों का दल मध्यप्रदेश की सीमा से होते हुए अब छत्तीसगढ़ में घुस गया है। इसकी सूचना मिलने पर प्रशासनिक टीम एक्शन मोड में आ गई है।
कोरिया जिले के भरतपुर वनांचल क्षेत्र के ग्राम पंचायत चरखर के ग्राम ज्वारीटोला में टिड्डियों का दल पहुंच गया। इसकी जानकारी ग्रामीणों के माध्यम से प्रशासन को दी गई है। सूचना मिलने पर आज सुबह ही भरतपुर के ज्वारीटोला में मनेंद्रगढ़ नगर पालिका की फायर ब्रिगेड से कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि टिड्डी दल कल शाम से ही गांव में पहुँच गया है और टिड्डी अभी भी खेतों में फैले हुए हैं। कलेक्टर एसके राठौर भी सुबह से एसडीओपी कर्ण कुमार उईके के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। इसके अलावा कृषि, राजस्व उद्यानिकी, पुलिस और प्रशासन के अलावा इलाके के ग्रामीण भी मौजूद हैं।
कितनी है रफ्तार
• 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ती हैं टिड्डियां
• 150 किलोमीटर तक की दूरी नापने में सक्षम एक दिन में
• 8 करोड़ के झुंड में टिड्डियां फसलों पर कर सकती हैं हमला
कितना करते हैं नुकसान
• 2 ग्राम फसल खाने की क्षमता रखती है प्रत्येक टिड्डी
• 1 वर्ग किलोमीटर बड़े दल में चार करोड़ टिड्डियां मौजूद
• इतना बड़ा दल एक दिन में 35 हजार लोग, 20 ऊंट, 10 हाथी के बराबर फसल चट कर सकता है
किसे पहुंचाते हैं नुकसान
• फल, सब्जी, अनाज, फूल, पत्ती, बीज, पेड़ की छाल, टहनियां खाती हैं
• हजारों की संख्या में टिड्डियों के लदने से कई छोटे पौधे नष्ट भी हो जाते हैं
• भारत में गन्ने, आम, सरसों, अरंडी, सौंफ, जीरा, कपास, आलू, गेहूं, रतनजोत जैसी फसलों को ज्यादा नुकसान की आशंका