14 किसानों के तारबाड़ी को राजनैतिक दबाव के चलते किया गया अस्वीकृत, कलेक्टर ने दिये जांच के आदेश
जिन किसानों के नाम लिस्ट से कटे है वे सभी मैलेवाड़ा के चिमनीपारा और पदरपारा के कृषक है;
दन्तेवाड़ा। कुआकोंडा ब्लाक के 14 किसानों के खेतों में तार-बाड़ी प्रशासन की तरफ से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले स्वीकृत हुये थे। जिन्हें अचानक स्वीकृत लिस्ट से प्रशासन पर दबाव बनाकर कटवा दिया गया. जबकि प्रशासन ने पहले उन किसानों को पात्र पाया था. अचानक नाम कटने से पीड़ित परेशान किसान दन्तेवाड़ा कलेक्ट्रेट में पहुँचकर दन्तेवाड़ा कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा, जिला पंचायत सीईओ अलोक सचिदानंद और उद्यानकी विभाग के अधिकारियों से मिले।
जिन किसानों के नाम लिस्ट से कटे है वे सभी मैलेवाड़ा के चिमनीपारा और पदरपारा के कृषक है। पीड़ित किसानों के साथ कुआकोंडा जिला पंचायत सदस्य मालती नंदलाल मुड़ामी अधिकारियों से मुलाकात करने पहुँची थी। पीड़ित किसानों में जयराम ने जानकारी दी कि जानबूझकर परेशान करने के लिए कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता की शिकायत के बाद से हमारे नाम प्रशासन ने काटे है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले मैलेवाड़ा के सरपंच सावन नाग ने स्वयं हितग्राहियों की लिस्ट चयन कर दी थी। मगर पंचायत चुनाव के बाद नाम कटवा दिया गया। जबकि आज भी जिन किसानों के मैलेवाड़ा में तारबाड़ी सेंशन है उनमें अपात्र किसान भी शामिल है। हम प्रशासन से जांच की मांग करते है।
दन्तेवाड़ा कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा ने पीड़ित किसानों और साथ मे मौजूद जनप्रतिनिधियों की समस्या सुनते ही फ़ाइल रोककर पुनर्परीक्षण का आदेश देते हुए किसानों को पूर्ण मदद देने की बात कही। इधर जिला पंचायत सीईओ आलोक सचिदानंद ने भी पुनः जांच कर पात्र अपात्र किसानों के चयन की बात कही। किसानों की समस्याओं को लेकर नंदलाल मुड़ामी और सुमित भदौरिया जिला पंचायत सदस्य के साथ मौजूद थे।