नहीं है भिवानी में कोई शरणार्थी, विभिन्न संगठनों ने नागरिकता संशोधन विधेयक का किया विरोध

वानी रोहतक मार्ग पर बैंक कॉलोनी में कुछ संदिग्ध लोग होने की शिकायत पुलिस को मिली थी पुलिस ने उन लोगों की जांच की थी, जांच में बैंक कॉलोनी में रह रहे लोग पश्चिम बंगाल के पाए गए थे।;

Update: 2019-12-11 01:34 GMT

भिवानी जिले में कोई भी शरणार्थी नहीं है। सरकारी रिकार्ड में भी किसी भी बिरादरी या समुदाय का नाम दर्ज नहीं है। यहां तक कि अभी तक किसी भी व्यक्ति या समुदाय ने जिला प्रशासन के पास आकर नागरिकता या पहचान-पत्र बनाए जाने की मांग नहीं की। इस मामले में पुलिस अधीक्षक व सांख्यायिकी विभाग ने इस बारे में कोई भी सूचना होने से इंकार कर दिया। दूसरी तरफ संसद में नागरिकता विधेयक पारित होने का विरोध किया है। संगठन के सदस्यों का तर्क है कि विदेशियों को नागरिकता देने से देश की संस्कृति का बेड़ा गरक हो जाएगा।

जांच की तो पश्चिमी बंगाल के निकले लो

करीब एक वर्ष पूर्व भिवानी रोहतक मार्ग पर बैंक कॉलोनी में कुछ संदिग्ध लोग होने की शिकायत पुलिस को मिली थी पुलिस ने उन लोगों की जांच की थी, जांच में बैंक कॉलोनी में रह रहे लोग पश्चिम बंगाल के पाए गए थे। इससे पूर्व भी कई बार बाहरी लोगों के आने की सूचनाएं मिलती रही है,लेकिन सभी देश के अन्य हिस्सों के लोग मिले। फिलहाल भिवानी में पाकिस्तान,अफगानिस्तान व बंगलादेश का कोई भी नागरिक नहीं है।

क्या कहते है पुलिस अधिकारी

पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि भिवानी जिले में अभी तक इस प्रकार का कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में पूरी तरह सतर्क है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि समय-समय पर जांच भी की जाती है। जिस क्षेत्र से भी नए लोगों के रहने की खबर मिलती है तत्काल प्रभाव से उनकी पहचान की जांच की जाती है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि आज तक उनके पास किसी भी व्यक्ति या समुदाय ने नागरिकता या पहचान से संबंधित कोई शिकायत नहीं की है।

क्या कहते है सांख्यायिकी विभाग के अधिकारी

इस बारे में सांख्यायिकी विभागाध्यक्ष शिवतेज ने बताया कि अभी तक कोई भी शरणार्थी उनके पास नहीं आया है और न ही उनके पास इस तरह का कोई रिकार्ड नहीं है। उसके बाद भी उनके पास इस तरह की कोई जानकारी आएगी तो वे तत्काल दर्ज करके सरकार के पास भेजेंगे।

नागरिकता संशोधन विधेेयक भारतीय संविधान की आत्मा के विरुद्ध

दलित मुस्लिम एकता मंच के चीफ हनीफ खान बहल ने कहा लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 पेश करने की मंजूरी पर चिंता प्रकट करते हुए उसे भारतीय संविधान की आत्मा के विरुद्ध बताया। दलित मुस्लिम एकता मंच इस संशोधन को भारतीय संविधान के विपरीत मानते हुए आशा रखता है कि रा यसभा में आवश्यक समर्थन प्राप्त न हो ।

आर्गेनाइजेशन करेंगे नागरिकता बिल का विरोध

आज हरियाणवी स्वाभिमान सभा के संरक्षक एवं राष्ट्रीय महा सचिव प्रवीन की देखरेख में नागरिकता संशोधन बिल पर हरियाणवी स्वाभिमान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप ठाकरान और जमींदारा स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन के संरक्षक मीत मान की संयुक्त अध्यक्षता में एक आपातकालीन मीटिंग की गई जिसमें हरियाणवी स्वाभिमान सभा तथा ज़मीदारा स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन के सदस्यों इस प्रस्तावित बिल चर्चा की गई और इस बिल का विरोध करने का निर्णय लिया।

हरियाणवी स्वाभिमान सभा के संरक्षक एवं राष्ट्रीय महा सचिव प्रवीन नैन ने कहा कि उनका संगठन हरियाणवी संस्कृति के लोगों के हितों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है । उन्होंने कहा कि इसके कारण सबसे ज्यादा नुकसान का सबसे ज्यादा नुकसान के इलाकों (पश्चिमी यूपी, दिल्ली और वर्तमान हरयाणा राज्य, अलवर और भरतपुर क्षेत्र) को होगा।

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