Parenting Tips: बच्चों के सामने मां- बाप भुलकर भी ना करें ये गलतियां, उन पर पड़ सकता है इसका बुरा असर
उसके सामने कई बार ऐसी चीजें कर जाते हैं जिससे उस पर गलत असर पड़ता है। छोटे बच्चे हर चीज देख-सुनकर सीख रहे होते हैं। आपकी एक लापरवाही या गलत उनके व्यवहार पर बुरा असर (Bad Impression) डाल सकती है।यहां कुछ बाते हैं जिन्हें आपको ध्यान रखना चाहिए।;
इस बात से तो कोई इंकार नहीं कर सकता है कि एक बच्चे को जितना उसके माता-पिता (Father-Mother) समझते हैं, उतना कोई नहीं समझ सकता। एक बच्चे के लिए क्या सही है और क्या गलत...इस बात का फैसला मां-बाप से बेहतर शायद ही कोई कर सकता हो। अकसर कहा जाता है, बच्चे कच्ची मिट्टी जैसे होते हैं। उन्हें आप जिस सांचे में ढालेंगे वे ढल जाएंगे। बच्चे जब छोटे होते हैं तो बहुत ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है। कई बार मां-बाप (Father-Mother) सोचते हैं कि बच्चा नासमझ है।
उसके सामने कई बार ऐसी चीजें कर जाते हैं जिससे उस पर गलत असर पड़ता है। छोटे बच्चे हर चीज देख-सुनकर सीख रहे होते हैं। आपकी एक लापरवाही या गलत उनके व्यवहार पर बुरा असर (Bad Impression) डाल सकती है।यहां कुछ बाते हैं जिन्हें आपको ध्यान रखना चाहिए।
गालियां देना- भले ही आप प्यार से ऐसा कर रहे हों लेकिन बच्चे के सामने गालियां (Abuse) न दें। छोटे बच्चे सुनते वक्त शांत रहते हैं पर उनकी कैचिंग पावर तेज होती है। वे गुस्से में आपकी तरह गालियां देंगे या बाहरवालों के सामने ऐसा करेंगे तो आपको शर्मिंदा होना पड़ेगा।
साथ में नहाना- आप कितनी भी जल्दबाजी में हों बच्चों के सामने कपड़े न बदलें। खासकर मां, अक्सर मां को लगता है कि बच्चा छोटा है वह समझ नहीं पाएगा। जब आपका बच्चा 2 साल का हो जाए तो उसके सामने कपड़े बदलना और साथ में नहाना (Bathing) बिल्कुल छोड़ दें।
अन्य बच्चों से तुलना- अपने बच्चों की तुलना (Comparison) दूसरे बच्चों से कभी नहीं करनी चाहिए। ना ही कभी कम नंबर लाने के लिए दूसरे बच्चों के सामने अपने बच्चों को डांटना चाहिए। ऐसा करने से आपके बच्चे के आत्म-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है।
बच्चों पर ना उठाए हाथ- छोटी-छोटी गलतियों (Mistakes) के लिए अपने बच्चों पर कभी हाथ नहीं उठाना चाहिए. अगर आप उन्हें छोटी- छोटी बातों पर सजा देते हैं तो उनमें विरोध की भावना घर कर सकती है और हो सकता है वो आपका सम्मान करना भी छोड़ दें।
बच्चों के सामने झगड़ा ना करें- बच्चों के सामने आपस में झगड़ा न करें। आप समझ भी नहीं पाते और वह गुस्सा उनके दिलोदिमाग में घर करता जाता है। यहां तक कि चिल्लाने (shouting) का भी बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। वे आपके व्यवहार को कॉपी करते हैं और अग्रेसिव हो जाते हैं। बचपन की ये नेगेटिव यादें उनके दिमाग पर गलत असर डालती हैं और बच्चे झगड़ना और पलटकर जवाब देना सीखते हैं। कभी आपके पार्टनर से झगड़ा हो तो बच्चे को प्यार से कमरे से बाहर भेज दें या झगड़ा मच्योरिटी से निपटाएं।