गोबर पेंट बनाने की 37 यूनिटें लगेंगी : प्राकृतिक पेंट से मिले मुनाफे को देखते हुए निर्णय, 25 जिलों को मिलेगा लाभ

प्रदेश के 25 जिलों के 37 गौठानों में गोबर पेंट बनाने की 37 यूनिटें शुरू होंगी। वहीं छत्तीसगढ़ के कई जिलों में प्राकृतिक पेंट बनाने की यूनिट में उत्पादन शुरू हो गया है। पढ़िए पूरी खबर ....;

Update: 2023-01-10 07:34 GMT

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सीएम हाउस कार्यालय से गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 7 करोड़ 05 लाख रूपए का भुगतान किया। इस अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने ऐलान किया कि, प्रदेश के 25 जिलों के 37 गौठानों में गोबर पेंट बनाने की 37 यूनिटें प्रारंभ होंगी। वर्तमान में रायपुर और दुर्ग जिले में 2-2 और कांकेर में 1 प्राकृतिक पेंट बनाने की यूनिट में उत्पादन शुरू हो रहा है। 8997 लीटर उत्पादित प्रकृतिक पेंट में से 3307 लीटर की बिक्री से 7 लाख 2 हजार 30 रुपए की आमदनी हुई।

बता दें कि 96 गौठनों में अब तक 4 रुपए लीटर में 1 लाख 15 हजार 423 लीटर गौमूत्र खरीद गया। गौमूत्र से बनाए गये कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत की बिक्री से महिला स्व सहायता समूहों को 22.43 लाख रूपए की आय हुई। मुख्यमंत्री की पैरा दान की अपील पर किसानों ने गौठनों में 10.32 लाख क्विंटल पैरा दान किया। मुख्यमंत्री ने 16 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.29 क्विंटल गोबर के एवज में उनके खाते में 4 करोड़ 59 लाख रूपए की राशि ऑन लाईन अंतरित की।

गोबर विक्रेताओं को 197.45 करोड़ रुपए का भुगतान

इसके साथ ही गौठान समितियों को 1.46 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। महिला समूहों के खाते में 01 करोड़ रूपए की लाभांश राशि अंतरित की गई। गोबर विक्रेताओं को अब तक 197.45 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया। वहीं 98.73 लाख क्विंटल गोबर खरीद गया। गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 171.87 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है।

Tags:    

Similar News