सम्मका सारक्का बैराज के 59 गेट खोले गए, छत्तीसगढ़ का तेलंगाना- महाराष्ट्र से कटा संपर्क
गोदावरी नदी में बने समक्का सारक्का बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं। इसके खार कारण छत्तीसगढ़ से पड़ोसी राज्य तेलंगाना व महाराष्ट्र का सड़क संपर्क टूट गया है। पढ़िए पूरी खबर ...;
बीजापुर। बस्तर में बाढ़ की स्थिति से जन-जीवन प्रभावित हो गया है। हालत यह है कि तेलंगाना के टेकलागुडम में गोदावरी नदी में बने समक्का सारक्का बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं। इसके खार कारण छत्तीसगढ़ से पड़ोसी राज्य तेलंगाना व महाराष्ट्र का सड़क संपर्क टूट गया है। वहीं, दूसरी ओर कोंटा नगर के बगल से गुजरती सबरी फस्ट वार्निंग पार कर नगर मुख्यालय से सीडब्ल्यूसी जाने वाले मार्ग से संपर्क नगर मुख्यालय का टूट गया है।
कोंटा में गोदावरी के बैकवाटर से बाढ़ की स्थिति
बीजापुर जिले के भोपालपटनम तहसील के अंतिम छोर पर बसे तारलागुड़ा से आगे तेलंगाना टेकलागुडम में गोदावरी नदी पर बने समक्का सारक्का बैराज के सभी 59 गेट खोल देने से उसके बैक वॉटर से तेलंगाना के गंगारम व महाराष्ट्र के सोमनपल्ली में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। इससे गुरुवार की रात से तेलंगाना व महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़ का सड़क संपर्क टूट गया। गुरुवार की रात से ही तेलंगाना व महाराष्ट्र की ओर आवागमन ठप है। भोपालपटनम के तहसीलदार सूर्यकांत घरत ने बताया कि टेकलागुडम के गोदावरी नदी में समक्का सारक्का बैराज के सभी 59 गेट खोल दिए गए हैं। जिसके बैक वॉटर से तेलंगाना के गंगारम व महाराष्ट्र के सोमनपल्ली मार्ग पर बाढ़ की स्थिति निर्मित होने से गुरुवार की रात से महाराष्ट्र व तेलंगाना का सड़क संपर्क छत्तीसगढ़ से कट गया हैं।
चार दिनों के अंदर दो बार एनएच जाम
दक्षिण के चार राज्यों के लोगों के लिए बाढ़ की परिस्थितियों को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कोंटा बार्डर के पास बीते चार से पांच दिनों के भीतर दो बार राष्ट्रीय राजमार्ग 30 बाधित हुआ है। 26 व 27 जुलाई के दौरान मार्ग बाधित रहा, वहीं 29 जुलाई को फिर से एक बार मार्ग बाधित हो गया है। जिसके चलते पूरी तरह से आवागमन बंद है। जिसका असर चार राज्यों के लोगों पर पड़ा है। माल वाहक वाहनों के पहिए पुरी तरह से थम गए है, तो वहीं सैकड़ों लोग ओडिशा छत्तीसगढ़ के जो कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पड़ोसी जिला तेलंगाना के भद्राचलम जाते हैं वे भी प्रभावित हुए है। स्थिति कब तक सामान्य होगी कहना मुश्किल है।
कलेक्टर ने लिया जायजा
सुकमा कलेक्टर हरिस एस. ने कोटा में बाढ़ के हालातों को देखते हुए दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एकलव्य विद्यालय परिसर पहुंच बाढ़ प्रभावित वार्डो के लिए सेंटर बनाए जाने एवं शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर ब्लॉक मुख्यालय के एसडीएम सहित आला अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कोंटा बार्डर के पास वीरापुरम में गोदावरी शबरी के पानी से एनएच जाम होने का जायजा लिया। कलेक्टर ने एसडीएम, तहसीलदार के साथ कोटा के वार्डों में भ्रमण कर कोंटा में बाढ़ की स्थिति का जाते हुए वार्डवासियों से बात की।