जंगली जानवरों के 6 दुश्मन गिरफ्तार : बाघ, तेंदुआ, भालू, हिरण... जो मिला मार डालते थे, खालों के अलावा बड़ी संख्या में दांत, नाखून भी बरामद

जांच में नाखून, दांत और अन्य अवशेषों के साथ 4 जिंदा मोर भी मिले। छत्तीसगढ़ और ओडिसा वन अमले की संयुक्त टीम ने कार्रवाई में पकड़ा। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-06-07 09:30 GMT

धमतरी/गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व गरियाबंद और वन परिक्षेत्र खरियार ओडिशा की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में 6 वन्य जीव तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से बाघ की खाल, जिंदा मोर और तेंदुआ, भालू, मोर के खाल, दांत-नाखून बड़ी मात्रा में जब्त किए हैं।

उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व गरियाबंद में गठित एंटी पोचिंग टीम को मुखबिरों से सूचना मिली थी कि, छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर से लगे ग्राम खुडूपानी के रहने वाले बदन मांझी ने बाघ का शिकार कर उसकी खाल अपने घर में रखा है। 3 जून को एंटी पोटिंग टीम उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व और वन परिक्षेत्र खरियार ओडिशा के स्टाफ ने संयुक्त रूप से सर्च वारंट जारी कर बदन मांझी के घर की तलाशी ली।

तलाशी के दौरान ग्रामीण के घर से बाघ की खाल, 4 जिंदा मोर के बच्चे, तीर-कमान, फंदा, तार और शिकार करने की अन्य सामग्री बरामद हुई। इसके बाद उसे हिरासत में लिया गया और वन परिक्षेत्र कार्यालय खरियार ओडिशा ले जाया गया। पूछताछ में ग्रामीण ने बताया कि ग्राम चिखलचुंवा निवासी खगेश्वर मांझी, ग्राम पाठदरहा निवासी विद्याधर मांझी, बड़मांझी, सचिन मांझी और ग्राम भालुडोंगरी निवासी अच्युतानंद मांझी के घर पर भी वन्यप्राणियों के खाल और अन्य अवशेष हैं।

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जांच में मिले मोर के पंख, कोटरी का मांस, भरमार बंदूक, तीर, कमान और अन्य

संयुक्त अमले ने जब इन पांचों के घर की तलाशी ली, तो तेंदुए के नाखून, मांस, पंजा, भालू का पंजा, प्राइवेट पार्ट, साही मुर्गी की आंत, मोर के पंख, कोटरी का मांस, भरमार बंदूक, तीर, कमान, जाली बरामद हुए, जिसे जब्त किया गया है। बाघ के शिकार की हुई इस पुष्टि ने एक बार फिर से वन विभाग को चिंता में डाल दिया है।

गिरफ्तार 5 ग्रामीणों को खरियार कोर्ट में किया गया पेश

5 ग्रामीणों को गिरफ्तार खरियार कोर्ट में पेश किया गया। पांचों आरोपियों में 45 वर्षीय बदन मांझी निवासी खाडुपानी, 36 वर्षीय सचिन मांझी निवासी पाठदरहा, 61 वर्षीय बड़ा मांझी निवासी पाठदरहा, 23 वर्षीय अच्युतानंद मांझी निवासी भालुडोंगरी, 62 वर्षीय खगेश्वर मांझी निवासी चिखलाचुंवा जिला नुवापाड़ा (ओडिशा) शामिल हैं।

अन्य शिकारियों की तलाशी जारी

इस तरह एक आरोपी 31 वर्षीय विद्याधर मांझी निवासी पाठदरहा को डिटेन कर उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व एंटी पोचिंग टीम को 5 जून को सुपुर्द किया गया है। विद्याधर को वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट के कुकरार बीट से लगे ओडिशा वनक्षेत्र सुनाधस जलप्रपात के पास घटना स्थल की शिनाख्त करने के लिए ले गए, जहां आरोपी द्वारा खाल के छिपे होने की जगह बताई गई। 6 जून को आरोपी ने अन्य शिकारियों के नाम भी बताए हैं, जिनकी तलाशी जारी है।

बाघ की खाल, नाखून और दांत की जांच देहरादून में होगी

विदित हो कि, बदन सिंह मांझी के घर से बरामद बाघ की खाल, नाखून और दांत को जांच के लिए देहरादून भेजा जाएगा, ताकि उसके डीएनए का मिलान उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व से पिछले डेढ़ सालों में भेजे गए बाघ के 5 मल सैंपल के डीएनए से मैच किया जा सके। सुनाबेड़ा अभयारण्य और खरियार वनमंडल द्वारा कोई भी मल सैंपल या ट्रैप कैमरा फोटो पिछले सालों में देहरादून को नहीं भेजे गए हैं।

6 अन्य लोगों के नाम भी आये सामने

जांच में ये भी पाया गया है कि, जिस बाघ की खाल बरामद हुई है, उसे आरोपी ने सड़ी-गली हालत में खाजुपानी (ओडिशा) के जंगल में 2 माह पहले पाया था। इसके कई टुकड़े कर शिकारियों ने आपस में बांट लिए। गिरफ्तार शिकारी से 6 अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जो बाघ, तेंदुआ और अन्य वन्यप्राणियों के शिकार में शामिल हैं।

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