नो पार्किंग एवं सड़क बाधित करने वालों पर होगी कार्रवाई, डेबिट कार्ड-क्रेडिट कार्ड के साथ क्यूआर कोड और ऑनलाइन माध्यम से भी भर सकेंगे चालान
छत्तीसगढ़ की ट्रैफिक पुलिस देश के अन्य महानगरों की तरह धीरे-धीरे हाईटेक हो रही है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को डिवाइस मशीन से लैस किया जा रहा है। इस मशीन से पुलिस सीधे स्पॉट पर नो-पार्किंग एवं सड़क बाधित करते वाहन की फोटो खींचकर ई-चालान काट सकेंगे। इस हाईटेक डिवाइस मशीन की शुरूआत राजधानी से की गई है।;
रायपुर। छत्तीसगढ़ की ट्रैफिक पुलिस देश के अन्य महानगरों की तरह धीरे-धीरे हाईटेक हो रही है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को डिवाइस मशीन से लैस किया जा रहा है। इस मशीन से पुलिस सीधे स्पॉट पर नो-पार्किंग एवं सड़क बाधित करते वाहन की फोटो खींचकर ई-चालान काट सकेंगे। इस हाईटेक डिवाइस मशीन की शुरूआत राजधानी से की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें डिवाइस मशीन वितरित की और उन्हें समझाइश देते हुए निर्देशित किया कि इस डिवाइस मशीन से सिर्फ ऐसी गाड़ियों पर कार्रवाई करें, जो नो-पार्किंग में खड़ी हों या जिसके कारण सड़क बाधित हो रही हो। उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर पुलिस पर भेदभाव का आरोप लगता रहा है कि बड़ी गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, जिसके कारण सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ट्रैफिक नियम तोड़ने वाली बड़ी गाड़ियों के खिलाफ भी कार्रवाई करें।
डिवाइस मशीन से ऐसे होगी कार्रवाई
अभी तक ई-चालान आईटीएमएस सिस्टम के माध्यम से होता था, जबकि नई डिवाइस मशीन से मौके पर ही ई-चालान बनाया जा सकेगा। इस डिवाइस मशीन से ऑनलाइन कार्रवाई होगी। डिवाइस से मौके पर ही उल्लंघन करने की फोटो खींची जाएगी, जिसके बाद वह फोटो सर्वर पर स्टोर हो जाएगी। इसमें ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ क्यूआर कोड की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे यूपीआई के माध्यम से वाहन चालक चालान भर सकेंगे। ई-चालान तैयार होते ही वाहन चालक के मोबाइल पर तुरंत पेमेंट के लिए लिंक चला जाएगा, जिससे वह अपने मोबाइल से मौके पर चालान की राशि जमा कर सकता है।
प्रिंट निकालकर चस्पा की जाएगी
पूर्व में नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर लॉक लगाकर या क्रेन से उठाकर कार्रवाई की जाती थी, पर अब नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर डिवाइस से चालान तैयार कर प्रिंट निकालकर चस्पा किया जाएगा। चस्पा चालान तैयार करने पर वाहन मालिक के मोबाइल में लिंक चला जाएगा। चस्पा प्रिंट में भी लिंक रहेगा, जिससे भी ऑनलाइन पेमेंट कर पाएंगे। यदि कोई यूपीआई का उपयोग नहीं करता है तो चस्पा किए गए प्रिंट में अधिकारी का नाम एवं मोबाइल नंबर रहेगा, जिससे संपर्क कर यातायात कार्यालय में जाकर चालान भर सकता है।
कोर्ट भेजने एवं घर से चालान जमा करने की सुविधा
इस नई डिवाइस मशीन में वर्चुअल कोर्ट भेजने की भी सुविधा दी गई है। उल्लंघन करते वाहन चालक मौके पर चालान राशि जमा करने में असमर्थ हैं तो उनका प्रकरण मौके पर ही वर्चुअल कोर्ट भेजा जाएगा। जहां से कोर्ट द्वारा पेमेंट के लिए उल्लंघनकर्ता के मोबाइल नंबर पर लिंक भेजा जाएगा, जिससे घर बैठे पेमेंट करने की सुविधा होगी। इस तरह उल्लंघनकर्ता को कोर्ट जाने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
आईडी एवं पासवर्ड से होगा लॉग इन
इस डिवाइस में एक यूनिक कोड दिया गया है, जो व्यक्तिगत लॉग इन आईडी एवं पासवर्ड से खुलेगा। इस तरह जिस पुलिस अधिकारी के नाम से मशीन जारी की गई है, सिर्फ वही अधिकारी इसका उपयोग कर पाएगा। दूसरा कोई भी अधिकारी अपने आईडी एवं पासवर्ड से उस मशीन का उपयोग नहीं कर पाएगा।
50 डिवाइस मशीनें वितरित, आज से होगी शुरुआत
रायपुर शहर के लिए 50 डिवाइस मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। इनमें से 32 डिवाइस मशीनें ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों को दी गई हैं, वहीं शेष डिवाइस थाने में पुलिस अधिकारियों को दी गई हैं। नई डिवाइस मशीनों से पुलिस 21 दिसंबर से शहर में कार्रवाई की शुरुआत करेगी। बता दें कि रायपुर शहर में आईटीएमएस सिस्टम मार्च 2019 से जारी है, जिसके माध्यम से उल्लंघनकर्ता वाहन चालकों का ई-चालान उनके घर के पते पर भेजा जा रहा है। इसके अलावा मूवीएशन कंपनी से प्राप्त ई-चालान डिवाइस से वर्ष 2021 से कैशलेस चालानी कार्रवाई की जा रही है। इस कैशलेस सुविधा को अब अपडेट करते हुए भारतीय स्टेट बैंक से मिली नई हाईटेक ई-चालान डिवाइस मशीन से अब चालानी कार्रवाई की जाएगी।