राष्ट्रपुत्र के बाद राष्ट्रमाता और राष्ट्र दामाद की एंट्री : भाजपा नेता के तंज के बाद बोले CM- हम सब भारत माता के पुत्र-पुत्रियां... राहुल भी...
सीएम भूपेश ने कहा कि बीजेपी के पास गांधी परिवार की आलोचना के अलावा कुछ नहीं है। वो बेरोजगार, महंगाई जैसे मुद्दों पर कुछ बोलना नहीं चाहते। पढ़िए पूरी खबर...;
रायपुर। राहुल गांधी को राष्ट्रपुत्र कहे जाने पर छत्तीसगढ़ में सियासी घमासान मचा हुआ है। पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर आक्रामण करते हुए कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस राष्ट्रपुत्र बताती है। सोनिया गांधी को राष्ट्रमाता घोषित कर देना चाहिए और रॉबर्ट वाड्रा को राष्ट्र का दामाद घोषित करना चाहिए।
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा के राहुल गांधी को राष्ट्रपुत्र वाले बयान के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में राजनीतिक बयानबाजी का दौर चल पड़ा है।
भाजपा जनता को मुद्दों से भटकाना चाहती है
राबर्ट वाड्रा को राष्ट्रीय दामाद घोषित करने के बयान पर CM ने कहा कि हम सब भारत माता के पुत्र-पुत्रियां ही तो हैं। राहुल गांधी भी इस देश के बेटे हैं। बीजेपी के पास गांधी परिवार की आलोचना के अलावा कुछ नहीं है। वो बेरोजगार, महंगाई जैसे मुद्दों पर कुछ बोलना नहीं चाहते। देश की जनता को वे मुद्दों से भटकाना चाहते हैं।
महात्मा गांधी के पदचिन्हों पर बीजेपी चलती है
नाथूराम गोडसे के मंदिर बनवाने और आजादी की लड़ाई में कांग्रेस के योगदान को लेकर अमरजीत भगत के बयान पर केदार कश्यप ने कहा कि देश की आजादी के समय में सभी लोग एकसाथ थे। महात्मा गांधी ने कांग्रेस पार्टी को समाप्त करने की बात कही थी। कश्यप ने कहा कि देश की आजादी में कांग्रेस के कौन से नेता शहीद हुए। कांग्रेस देश की आजादी देने वालों के पक्ष में नहीं। भगत सिंह समेत अनेक लोगों को कांग्रेस ने सम्मान नहीं दिया। महात्मा गांधी के पदचिन्हों पर बीजेपी चलती है।
सदन के अंदर और बाहर सीएम के बयान अलग
केदार कश्यप ने बेरोजगारी भत्ते को लेकर कहा कि बेरोजगारों को आंदोलन की नौबत आई फिर भी सरकार नहीं जागी। सदन के अंदर और बाहर में सीएम के बयान अलग होते हैं।15 लाख हर व्यक्ति के खाते में आए ये बात बीजेपी ने की ही नहीं। प्रत्येक परिवार को सक्षम करने का काम बीजेपी ने किया।
सत्यनारायण के बयान से मचा बवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता वापस लिए जाने के विरोध में आयोजित प्रेसवार्ता में राहुल को राष्ट्रपुत्र बताया था। उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता थे तो राहुल गांधी राष्ट्रपुत्र हैं। । मोदी सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का काम कर रही है। अंग्रेजी राज में जैसा था, वैसा ही आज दिख रहा है। मोदी सरकार तानाशाही रवैय्या अपना रही है। महात्मा गांधी ने अंग्रेजों की नींव हिला दी थी। राहुल गांधी ने मोदी सरकार की नींव हिला दी है।