मौत के बाद भी दुनिया देखेंगी अजय की आंखें : नेत्रदान कर प्रेरणा बने अजय चंदेल, दो लोगों को मिलेगी रोशनी

मौत के बाद नेत्र दान के संकल्प को परिजनों ने पूरा कराया। दुनिया से जाते-जाते दो लोगों के जीवन को रोशनी से भर गए अजय चंदेल। पढ़िए ये खबर...;

Update: 2023-01-03 09:21 GMT

प्रेम सोमवंशी- कोटा। छत्तीसगढ़ के रतनपुर बड़ी बाज़ार निवासी अजय चंदेल के पिता सीताराम चंदेल ने जीवित रहते हुए अपनी आंखें दान कर दी थीं। वहीं उनकी मृत्यु के बाद मंगलवार को उनके परिजनों ने सिम्स स्थित आई बैंक से संपर्क कर उनके नेत्रदान के संकल्प को पूरा कर दिया। 

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बता दें कि पुराना बस स्टैंड रतनपुर के पास संचालित सीताराम होटल के संचालक परिवार के सदस्य अजय चंदेल की तबीयत कुछ समय से ठीक नहीं थी। जिससे बीती रात उनकी मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद अजय के परिजनों ने उनके नेत्रदान के संकल्प को पूरा किया और सिम्स प्रबंधन स्थित आई बैंक को संपर्क करके, टीम को बुलवाया और नेत्रदान की प्रक्रिया को पूरा कराया। मृत्यु के बाद अपनी आंखे दान करने की सोच ने एक बड़ी मिसाल कायम की है, जिनकी वजह से दो लोगों को रोशनी मिलेगी।

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