CG News : धान खरीदी में पहले ही दिन लगे गड़बड़ी के आरोप, किसानों ने कहा-तय मानक से 40 किलो कम खरीदा जा रहा धान
किसान चंद्रशेखर चंद्राकर ने बताया कि, भूपेश बघेल सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में मार्कफेड के माध्यम से किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की मात्रा 20 क्विंटल प्रति एकड़ तय किया है लेकिन जब किसान टोकन कटवा रहे हैं तब प्रति एकड़ 19 क्विंटल 60 किलो का टोकन काटा जा रहा है। पढ़िए पूरी खबर....;
यशवंत गंजीर-कुरुद। चुनाव शुरू होते ही घोषणाओं का दौर शुरू हो गया है, सीएम भूपेश बघेल ने प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की घोषणा की है। सीएम भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप किसानों से धान उपार्जन केंद्रों द्वारा धान नही खरीदा जा रहा है। प्रति एकड़ 40 किलो धान कम खरीदने की शिकायत पहले दिन ही निकलकर सामने आई है।
तय मानक से कम खरीदी
बातचीत के दौरान किसान नेता चंद्रशेखर चंद्राकर ने बताया कि, भूपेश बघेल सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में मार्कफेड के माध्यम से किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की मात्रा 20 क्विंटल प्रति एकड़ तय किया है लेकिन जब किसान टोकन कटवा रहे हैं तब प्रति एकड़ 19 क्विंटल 60 किलो का टोकन काटा जा रहा है। ऐसे में हमसे 40 किलो प्रति एकड़ किसानों से कम लिया जा रहा है। एक ओर आदेश में 20 क्विंटल खरीदने की बात लिखी गई है तो दूसरी ओर ऑनलाइन साफ्टवेयर में 49 क्विंक्टल 40 किलो प्रति हेक्टेयर (एक हेक्टेयर बराबर ढाई एकड़) फिड किया गया है।
किसानों की शिकायत को दूर करने की जरूरत
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले भी राज्य सरकार जब 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने की घोषणा की थी तब किसानों से मात्र 14 क्विंटल 80 किलो ही धान खरीदी की जा रही थी। इस बार 40 किलो प्रति एकड़ कम खरीदी की शिकायत सामने आ रही है। चुनाव के पहले शुरू हुई धान खरीदी में उपजे इस विवाद को सरकार को समय रहते साफ्टवेयर की इस तकनीकी गड़बड़ी को जल्द से जल्द सुधार कर किसानों को होने वाली इस असुविधा को दूर करने की जरूरत है।
आदेश के अनुसार की जा रही है खरीदी-प्रबंधक
बातचीत के दौरान जिला सहकारी बैंक के प्रबंधक टिकेंद्र बैस ने कहा कि, सॉफ्टवेयर में प्रति हेक्टेयर 49.40 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदे जाने का आदेश है। साफ्टवेयर के मानक में प्रति एकड़ के हिसाब से 19 क्विटल 60 किलो बैठ रहा है। हमें जो आदेश मिला है उसके हिसाब से ही खरीदी कर रहे है।