खाद्य मंत्री के क्षेत्र में एक और कारनामा : खाने के लिए तरसे लोग, 3 महीने से नहीं मिला राशन, ग्रामीण शिकायत करने जनपद पंचायत पहुंचे तो सीईओ हुए रफूचक्कर

खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के क्षेत्र बतौली में लोग खाने के लिए तरस गए हैं। पिछले तीन महीने से राशन नहीं मिलने से हताश ग्राम पंचायत चिरंगा के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जब राशन की शिकायत लेकर जनपद पंचायत बतौली पहुंचे तो प्रभारी सीईओ...पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-05-19 13:26 GMT

आशीष कुमार गुप्ता-बतौली/सेदम। छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के क्षेत्र बतौली में लोग खाने के लिए तरस गए हैं। पिछले तीन महीने से राशन नहीं मिलने से हताश ग्राम पंचायत चिरंगा के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जब राशन की शिकायत लेकर जनपद पंचायत बतौली पहुंचे तो प्रभारी सीईओ ग्रामीणों को देखने के बावजूद बात सुने बगैर जनपद से चलते बने। इससे नाराज होकर ग्रामीण राशन की मांग जनपद में करने हो हल्ला मचाने लगे तो बतौली के खाद्य अधिकारी राजेंद्र कश्यप मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों का आवेदन लिया और 2 दिनों के अंदर राशन वितरण करवाने का आश्वासन दिया है।

कालाबाजारी कर हड़प लिया राशन 

गौरतलब है कि, विकासखंड बतौली के सबसे बड़े ग्राम पंचायत चिरंगा में 763 राशन कार्ड धारीयों को पिछले तीन महीने से राशन के लिए तरसना पड़ रहा है। राशन वितरण नहीं होने से चिरंगा के ग्रामीणों को राशन के लाले पड़ गए हैं। इसके चलते लोग दुकानों से राशन खरीदकर अपना पेट भरने को मजबूर हो गए हैं। ग्राम चिरंगा के महेश लकड़ा, ओमप्रकाश, लक्ष्मी पैंकरा, इमलावती, रुगी, रामनिवास, सुकलपति, सांति, गौरी, आशा, सोनमती, भूनेश्वर, गोविंद जंगलराम, हजारीलाल, विसुनमुनि, सहित सैकड़ों की संख्या में जनपद पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम चिरंगा में मां महामाया खाद्य पोषणसुरक्षा समिति की ओर से राशन दुकान का संचालन किया जा रहा है। इसके संचालक की ओर से लापरवाही पूर्वक पिछले 3 महीने से मार्च-अप्रैल और मई में राशन वितरण नहीं किया गया है। साथ ही चावल, शक्कर और चना की कालाबाजारी कर राशन कार्डधारियों का चावल हड़प लिया गया है। राशन दुकान के संचालक की ओर से खानापूर्ति करते हुए 763 कार्डधारियों को केवल 20 किलो चावल थमा दिया गया। जब ग्रामीणों ने संचालक से राशन की मांग की तो राशन में कमी बताया गया। इसके बाद ग्रामीण राशन की मांग करने जनपद पंचायत बतौली पहुंचे, लेकिन यहां भी प्रभारी सीईओ ग्रामीणों को देख कर भी चल दिए। देखिए वीडियो-

मार्केट से राशन खरीदकर खाने को मजबूर लोग

जबकि खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की ओर से बार-बार कहा जाता है कि क्षेत्र का कोई भी ग्रामीण भूखा नहीं रहेगा। मगर पिछले 3 महीने से राशन के लिए तरस रहे लोगों को ज्यादा कीमत में दुकानों से राशन खरीद कर अपना पोषण करना पड़ रहा है। वहीं ग्राम पंचायत झरगवा भी इससे अछूता नहीं है। यहां के संचालक की ओर से 445 राशन कार्डधारियों को केवल 1 किलो चना का वितरण किया गया है।

खाद्य अधिकारी ने 2 दिनों के अंदर राशन देने का दिया आश्वासन

इस संबंध में बतौली के खाद्य अधिकारी राजेंद्र कश्यप ने कहा कि पूर्व में संचालित मिलन स्वयं सहायता समूह की ओर से 110 क्विंटल राशन का सॉर्टेज किया गया था, जिसे पूर्व में नोटिस के मध्यम से भरपाई करने कहा गया था। इससे आज तक राशन की कमी के कारण राशन का वितरण सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। राशन के संबंध में जो भी कमी है, उसे दूर करते हुए 2 दिन के अंदर ग्रामीणों को राशन का वितरण कर दिया जाएगा। देखिए वीडियो-

खाद्य मंत्री पर भड़के ग्रामीण

मगर सवाल यह उठता है कि, पिछले तीन महीने से राशन की अफरा-तफरी के बीच खाद्य अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी को मामले की जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस पहल ग्रामीणों के पक्ष में अब तक क्यों नहीं लिया गया है? ग्रामीणों का सीधा आरोप है कि सूबे के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की ओर से चिरंगा के ग्रामीणों से सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इसके चलते खाद्य मंत्री रहने के बावजूद ग्रामीण भूखे तरस रहे हैं। इस संबंध में सीतापुर एसडीएम रवि राही ने बताया कि, मामले की जांच के लिए खाद्य अधिकारी को निर्देशित किया गया है, जो भी राशन की कमी पाई गई है, उसको जांच के बाद पूरा करने और लापरवाह संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही गई है। 

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