मांगी मदद, मिली प्रताड़ना : शिकायत करने थाने पहुंचे युवक को ही फंसाने की दी धमकी.. युवक की शिकायत- ड्यूटी के वक्त नशे में थे पुलिस वाले
घर में हो रही मारपीट को रोकने के लिए मदद मांगने पुलिस थाने गया था। लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बजाय गांजे के पैकेट निकालकर और हाथ में चाकू पकड़ाकर झूठे आरोप में फंसाने की धमकी दी और साथ मारपीट भी की। पढ़िए पूरी खबर...;
बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से पुलिस के जबरन मारपीट करने और शराब पिलाने का मामला सामने आया है। यहां गुरुर में रहने वाले एक युवक ने बुधवार को पुलिस पर मारपीट करने, जबरदस्ती शराब पिलाने और झूठे मामले में फंसाने का गंभीर आरोप लगाया है। युवक ने बताया कि उसकी शिकायत पर भी पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही थी, यहीं से पूरा विवाद शुरू हुआ था।
दरसअल मामला गुरूर थाना क्षेत्र का है। यहां 20 वर्षीय युवक चेतन लाल लावत्रे ने पुलिस पर जबरदस्ती शराब पिलाने, मारपीट करने और झूठे मामले में फंसाने का गंभीर आरोप लगाया है। जो घर में हो रही मारपीट को रोकने के लिए मदद मांगने पुलिस थाने गया था। लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बजाय उलटे झूठे आरोप में फंसाने की धमकी दी।
हाथ में चाकू पकड़ाकर झूठे आरोप में फंसाने की दी धमकी
युवक ने बताया कि 25 सितंबर की रात उसके घर में उसके पिता उसकी मां रीना, बहन शालिनी और उसके साथ मारपीट कर रहे थे। इसकी शिकायत करने वह गुरूर थाने पहुंचा था। लेकिन पुलिसवालों ने उसकी बात सुनने के बजाय उसे धमकाना शुरू किया। उसने कहा कि पुलिसकर्मियों ने गांजे के पैकेट निकालकर और उसके हाथ में चाकू पकड़ाकर उसे झूठे आरोप में फंसाने की धमकी दी और उसके साथ मारपीट भी की। पीड़ित ने कहा कि थाने में 8 पुलिसकर्मी थे, जिन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार किया है।
शिकायत करने पर नेतागिरी करने की बात कहकर धमकाया
पीड़ित युवक ने बताया कि पुलिसकर्मियों की शिकायत लेकर वो संजारी बालोद के पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा के पास भी गया था, लेकिन वहां से लौटने के बाद पुलिसवालों ने उसे नेतागिरी करने की बात कहकर धमकाया। युवक की मां रीना लावत्रे ने कहा कि उसका बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है। अगर पुलिस उसे गलत धाराओं में फंसाती है, तो उसका भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मियों के नाम नहीं बता रहे अधिकारी
पीड़ित युवक अपने पूरे अपने परिवार के साथ बुधवार 28 सितंबर को बालोद आकर एसपी डॉ. जितेंद्र कुमार यादव और कलेक्टर गौरव कुमार सिंह के नाम शिकायत पत्र सौंपा। युवक ने सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। पीड़ितों ने बताया कि उन्हें बहुत डर लग रहा है, पुलिस वालों की नजर हमारे परिवार पर है। वे किसी भी समय हमारे परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मियों नाम अधिकारी नहीं बता रहे। वहीं बताया जा रहा है कि थाना प्रभारी भानुप्रताप साव की ड्यूटी रोड सेफ्टी में लगी हुई है। इसलिए वे घटना के वक्त मौके पर मौजूद नहीं थे।
शिकायत की जांच की जा रही है : ASP
युवक ने आरोप लगाया कि सभी पुलिसकर्मी नशे में थे। पेट्रोलिंग टीम पर भी मारपीट करने का आरोप लगाया। युवक ने कहा कि उसकी शिकायत पर भी पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही थी, यहीं से पूरा विवाद शुरू हुआ था। वहीं, ASP हरीश राठौर ने कहा कि युवक के घर में मारपीट हो रही थी। पिता और इन सभी को थाने बुलाकर समझाया गया है। पुलिसकर्मियों को लेकर जो शिकायत की गई है, उसकी जांच की जा रही है।