थाने में आत्मदाह का प्रयास : अपहरण और मारपीट के रसूखदार आरोपी को थाने से छोड़ा, भाजपा के युवा नेता ने थाने में छिड़क लिया पेट्रोल...
युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष मनीष साहू ने देर रात टिकरापारा थाना परिसर में ही खुद पर पेट्रोल छिड़ककर खुदकुशी की कोशिश की। अपहरण और मारपीट के मामले में गिरफ्तार आरोपी को थाने से छोड़े जाने के विरोध में मनीष ने यह कदम उठाया था। पढ़िए पूरी खबर...;
रायपुर। समाज सेविका ममता शर्मा के बेटे को गंभीर धाराओं के बावजूद थाने से छोड़े जाने के खिलाफ भाजपा के युवा नेता ने टिकरापारा थाने में आत्मदाह का प्रयास किया। युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष मनीष साहू ने देर रात टिकरापारा थाना परिसर में ही खुद पर पेट्रोल छिड़ककर खुदकुशी की कोशिश की। अपहरण और मारपीट के मामले में गिरफ्तार आरोपी को थाने से छोड़े जाने के विरोध में मनीष ने यह कदम उठाया था। हालांकि, पुलिसवालों ने किसी तरह एसे खुदकुशी से रोक लिया।
उल्लेखनीय है कि, दो दिन पहले भाजयुमो नेता मनीष साहू ने रिवाल्वर के बल पर अपने अपहरण और मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने नॉन वेलेबल धाराओं में एफआईआर दर्ज कर आरोपी हर्षवर्धन शर्मा को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन आरोपी को थाने से ही छोड़ दिया गया। इसके विरोध में देर रात भाजयुमो नेता ने थाने में खुद पर पेट्रोल छिड़क की खुदकुशी की कोशिश की।
सुबह कार से कूदकर बचाई अपनी जान
उल्लेखनीय है कि, युवा भाजपा नेता मनीष साहू ने जिसके खिलाफ अपहरण और मारपीट का मामला दर्ज कराया था वह समाजसेवी ममता शर्मा का बेटा है। वह पहले भी कई आपराधिक मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। शिकायत के मुताबिक, 12 जुलाई की रात बदमाशों ने कार में बिठाकर मनीष साहू का अपहरण किया, बदमाशों ने उससे पैसों की मांग की और जमकर पिटाई कर दी। आरोपियों ने अगली सुबह 7 बजे तक उसे बंधक बनाकर रखा था। सुबह मनीष ने अपनी जान बचाने के लिए उनसे कहा कि, पचपेड़ी नाका चलो वहां पैसे दूंगा तो हर्षवर्धन ने उसे कार में बिठाकर तीन बार पचपेड़ी नाका से भाठागांव घुमाता रहा। इस दौरान मौका पाकर मनीष कार से कूद गया और अपनी जान बचाई।
पुलिस ने आरोपी को किया था गिरफ्तार
पुलिस से शिकायत के बाद आरोपी हर्षवर्धन को गिरफ्तार कर लिया था। मनीष ने अपनी शिकायत में बताया था कि, हर्षवर्धन से उसकी जान-पहचान थी। उसने बताया कि, 12 जुलाई की रात को उसने चाय के बहाने बुलाया और अगवा कर लिया। फार्म हाउस में वह और उसके दोस्तों ने उसकी पिटाई की और 5 लाख रूपयों की डिमांड करते रहे। भाजपा नेता ने बताया कि, इसके बाद वे उसे कार में बिठाकर घुमाते रहे और लगातार पैसों की मांग करते रहे। इस दौरान जैसे-तैसे वह गाड़ी से कूद गया और अपनी जान बचाई। इधर हर्षवर्धन भी मौके से फरार हो गया था। मारपीट और गाड़ी से कूदने की वजह से मनीष को काफी चोटें आई थी।