Big News : छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के संकेत, भाजपा ने लगाया प्रशासन में गुटबाजी का आरोप
छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की चिंता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज एक बयान दिया है कि अगर ऐसी स्थिति रही तो छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन पर विचार किया जा सकता है। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ सरकार को कोरोना से लड़ पाने में नाकाम करार दिया है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुनील सोनी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना की स्थिति गंभीर हो रही है, लेकिन राज्य सरकार अब भी उस स्तर पर गंभीरता नहीं दिखा रही है। सांसद सोनी ने छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक गुटबाज़ी का आरोप भी लगाया है। पढ़िए पूरी खबर -;
रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रसार पर कहा कि मार्च माह के पहले सप्ताह में राज्य की पॉजिटिविटी रेट 0.99% पर था, जिसके उपरांत दूसरे सप्ताह में यह थोड़ा बढ़कर 1.6% पर पहुँचा एवं तीसरे सप्ताह तक यह 1.8% और चौथे सप्ताह में यह 6% पर चला गया है। उन्होंने कहा कि 1% से 6% तक यह बढ़ते संक्रमण की दर बड़ी चिंता का विषय है।
टीकाकरण के विषय में विपक्ष की भूमिका पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा कि विपक्ष भी समाज का एक हिस्सा है, यदि सरकार की कमियां हैं तो विपक्ष को अवश्य ही उन्हें सामने रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिखावा करने और सकारात्मक सहयोग व सहभागिता करने में अंतर होता है, सकारात्मक सहयोग के लिए हमेशा दरवाजे खुले हुए रहते हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि कोरोना टीकाकरण कोई सरकार अथवा पार्टी का विषय नहीं है बल्कि समाज का विषय है, जिसके हिस्से हम सभी हैं। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी एक माध्यम है, जिसके जरिए हमको काम करने का मंच मिलता है। सरकार जो कार्य करती है वह किसी पार्टी के लिए नहीं बल्कि समाज के लिए होता है। वैक्सीनेशन किसी दल की नहीं बल्कि समाज के लिए होती है। इसलिए विपक्ष को खुलकर जानकारियां साझा करनी चाहिए और आपसी सहयोग से टीकाकरण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिये।
दूसरी तरफ, छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट पर भाजपा सांसद सुनील सोनी छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को विफल बताया है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को असहाय मंत्री कहा है। उन्होंने कहा है कि मुख्यंमत्री फिर असम चले गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री असहाय हैं, उनके हाथ में कुछ नहीं है। छत्तीसगढ़ प्रशासनिक गुटबाजी की भेंट चढ़ गया है। प्रदेश में कोरोना से स्थिति गंभीर हो रही है, लेकिन सरकार अब भी उस स्तर पर गंभीरता नहीं दिखा रही है।