बिलासपुर : नशीली सीरप पीने से 8 की मौत, विपक्ष ने की मुआवजे और जांच की मांग
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नशीली दवा के सेवन से एक ही खानदान के 8 लोगों की मौत हो गई। कोरोना से हो रही सिलसिलेवार मौतों से मचे कोहराम के बीच इस घटना ने प्रशासन और पुलिस की मुश्किलें बढ़ाई हैं। विपक्ष के नेता घटना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरू कर चुके हैं। पढ़िए पूरी खबर-;
बिलासपुर। नशीली सीरप का सेवन करने से 8 लोगों की मौत हो गई है। सारे एक ही खानदान के बताए जा रहे हैं। घटना के बाद पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य अमले को ईलाके में कैम्प लगाना पड़ा है। वहीं, प्रदेश में विपक्षी पार्टी बीजेपी ने मृतकों को मुआवजे और घटना की विस्तृत जांच की मांग की है।
घटना बिलासपुर शहर के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम कोरमी की है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैम्प लगाकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच का सिलसिला जारी रखा है।
जानकारी मिली है कि जिस दवा को पीने से एक ही जगह एक साथ इतनी मौतें हुईं हैं, उसमें 91 प्रतिशत अल्कोहल की है मात्रा होती है। सिर्फ मृतक ही नही, लगभग आधा गांव लॉकडाउन के बाद से उसी सीरप का इस्तेमाल कर रहे थे। एक झोला छाप डॉक्टर की सलाह पर कुछ लोगों ने इसे दवा के रूप में इस्तेमाल किया था। बाद में यह दवा इस गाँव में प्रचलित सी हो गयी। अब प्रशासन इधर के गांव-गांव में कोटवारों से मुनादी करा रहा है, कि इस दवा का जाने-अनजाने में इस्तेमाल कर चुके लोग कैम्प पहुंचकर अपनी जान बचा लें।
छत्तीसगढ़ विधानसभा नेता प्रतिपक्ष व बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने घटना पर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह बेहद दुर्भाग्यजनक घटना है।नशीली दवा के सेवन से मौत होने से परिवार में बड़ी क्षति हुई है। दो दिनों में 8 लोगों की मौत से गांव में दहशत का माहौल है। राज्य सरकार से मृतक परिवार को उचित मुआवजा तथा घटना की विस्तृत जांच की मांग की गयी है।