भरोसे का नहीं धोखे का बजट : पूर्व सीएम डा. रमन बोले- बकाया बोनस, शराब बंदी नियमितीकरण पर खामोशी क्यों...
डा. रमन सिंह के अनुसार बजट में 2 साल का बकाया बोनस, शराबबंदी की घोषणा, 200 फूड पार्क, कर्मचारियों का नियमितीकरण, पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून सब नदारत हैं। पढ़िए पूरी खबर...;
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में वर्ष 2023-24 का बजट प्रस्तुत हो चुका है। एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसे भरोसे का बजट बता रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने इसे धोखे का बजट करार दिया है। सोशल मीडिया में एक पोस्ट के जरिए उन्होंने इसके कुछ कारण भी बताए हैं। डा. सिंह ने लिखा कि 2 साल का बकाया बोनस, शराबबंदी की घोषणा, 200 फूड पार्क, कर्मचारियों का नियमितीकरण, पत्रकारों के लिए सुरक्षा कानून सब नदारत हैं। अंत में उन्होंने लिखा कि यह बजट घोषणापत्र पर नहीं बल्कि सिर्फ चुनाव पर आधारित है।
चुनावी झुनझुना : चंदेल
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भी बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट केवल चुनावी झुनझुना है। बजट से किसी को कुछ हासिल नहीं होने वाला। बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया, सरकार के छह महीने बचे है किसको क्या देंगे। मैं बजट में 10 में से शून्य नंबर दूंगा।
उम्मीद करना ही बेमानी : मूणत
बीजेपी प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत ट्वीट करते हुए कांग्रेस सरकार के बजट को अविश्वास का बजट बताया। साथ ही लिखा कि अपना अंतिम बजट पेश कर रहे भूपेश बघेल जी पिछले बजट में किये प्रावधानों, घोषणाओं को अमलीजामा पहना नहीं सके। चुनाव से चंद महीने पहले कुछ करने की उम्मीद करना बेमानी है यानि सिर्फ घोषणाएं ही होंगी।