निजी अस्पतालों की थोक में शिकायतें

प्रदेश में कोविड संक्रमण के खतरे के बीच आम जनों से उपचार के नाम पर लूट मची हुई है। हजारों रुपये के पैकेज लेकर मरीजों की भर्ती और फिर उपचार के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है। यह आंकड़े अब पुलिस डायल 112 के रिकार्ड बता रहे हैं।;

Update: 2021-05-21 00:35 GMT

प्रदेश में कोविड संक्रमण के खतरे के बीच आम जनों से उपचार के नाम पर लूट मची हुई है। हजारों रुपये के पैकेज लेकर मरीजों की भर्ती और फिर उपचार के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है। यह आंकड़े अब पुलिस डायल 112 के रिकार्ड बता रहे हैं। पिछले लॉकडाउन से लेकर अभी तक की अवधि में कोविड संबंधी 79,945 हजार फोन कॉल्स डायल 112 के सेंट्रल कमांडिंग सेंटर पहुंचे हैं।

एपिडेमिक केस-संक्रमितों के लिए हेल्प मांगने 31 हजार 512 लोगों ने संपर्क साधा है कि पुलिस की क्विक रिस्पांस वैन घर तक पहुंची है। एपिडेमिक से ठीक डबल कॉल्स परेशान होने वालों ने किया है। डायल 112 के अफसरों के मुताबिक फोन लगाने वालों ने सीधे अस्पतालों में लापरवाही और अवैध तरीके से वसूली के आरोप लगाते हुए संपर्क किया है। ऐसे मामलों में सबंधित थानों को मैसेज फारवर्ड कर मामला देखने को कहा गया है।

डायल 112 के इस तरह के आंकड़े इसलिए चौंकाने वाले हैं क्योंकि कोविड उपचार के लिए रायपुर जिले में जिन 60 अस्पतालों का चयन किया गया है बाकायदा वहां की निगरानी और शिकायतों की सुनवाई के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त हैं बावजूद भारी भरकम संख्या में पुलिस को मिल रही शिकायतों से इसी बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि ज्यादातर जगहों से शिकायतें दबाई जा रही हैं।

लाश ढोने सरेआम चल रहा वसूली का खेल

देहात से आए मरीजों और उनके परिजनों से ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर ही वसूली का खेल आम है। लोधीपारा, देवेंद्र नगर, मेकहारा कैंपस के आसपास मनमाने रेट से गाड़ियां लगाई जा रही हैं। अगर किसी व्यक्ति की मौत हुई तो शहरी दायरे में ही सीधे परिवहन भाड़ा 2700 से लेकर 7000 रुपये लिया जा रहा है जबकि प्रशासन ने छोटी-बड़ी गाड़ियों के हिसाब से भाड़ा तय किया है लेकिन आदेश का पालन कहीं-कहीं पर ही किया जा रहा है।

1 माह में प्रशासन के हेल्प डेस्क में 55 केस

जिला प्रशासन के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकित्सालयों में इलाज के दौरान अधिक राशि लेने, राशि वसूली के लिए डेड बॉडी रोकने और एंबुलेंस सुविधा के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत दर्ज कराने के लिए हेल्प लाइन नंबर 8602270023 पिछले महीने की 14 तारीख को जारी हुआ। 24 अप्रैल से शिकायतें फाइल हुई। लगभग एक महीने में 55 अस्पतालों के विरुद्ध शिकायतें फाइल की गई है। इसमें जांच होना बाकी है।

डायल-112 के पास दर्ज शिकायतों की संख्या

माह एपिडेमिक केस - लो-जनरल

मार्च-20 - 4148 - 18,793, अप्रैल-20 - 2589 - 24,861्र, मई -20 - 3987 - 11,108, जून -20 - 2590 - 4628, जुलाई -20 - 1397 - 4161, अगस्त -20 - 1193 - 3157, सितंबर -20 - 2180 - 3413, अक्टूबर-20 - 990 - 773, नवंबर-20 - 467 - 172, दिसंबर-20 - 460 - 129्र, जनवरी-21 - 299 - 54, फरवरी-21 - 99 - 15, मार्च- 21 - 944 - 460, अप्रैल-21 - 10,169 - 8231, योग - 31,512 - 79,945

शिकायतें दर्ज कराई हैं

हमारे पास कोविड मरीजों के साथ उपचार के नाम से प्रभावित लोगों ने संपर्क किया है। संबंधितों को इससे अवगत कराया गया। हजारों केस में लोगों ने उपचार संबंधी शिकायतें दर्ज कराई हैं।


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