CG Election : बिन्द्रानवागढ़ में 10 साल बाद फिर कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने
पिछले 10 साल में जनक ने क्षेत्र में जनता के बीच अच्छी पैंठ बना लिया। कांग्रेस प्रत्याशी जनक ध्रुव ने इस बार इतिहास बदल कर जीत दर्ज कराने का दावा किया है। ज्ञात हो कि बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र को भाजपा का अभेद किला कहा जाता है। पढ़िए पूरी खबर...;
शेख हसन खान - मैनपुर । गरियाबंद जिले (Gariaband district)के बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र अजजा वर्ग के लिए सुरक्षित है और इस बार चुनाव में काफी रोचक मैन मुकाबला देखने को मिल रहा है। 10 साल पहले जो प्रत्याशी मैदान में थे उन्ही प्रत्याशियों को एक बार फिर कांग्रेस (Congress) और भाजपा (BJP)ने विश्वास कर मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने बिंद्रानवागढ़ विधानसभा सीट (Bindranavagarh assembly seat) के लिए जनक ध्रुव को अपना प्रत्याशी बनाया है। जनक ध्रुव सन् 2013 में खेल अफसर के पोस्ट से त्याग पत्र देकर राजनीति में आए थे। बिन्द्रानवागढ़ क्षेत्र और राजनीति में नए थे लिहाजा भाजपा प्रत्याशी गोवर्धन मांझी ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए रिकार्ड 30536 मतों से हराया था।
पिछले 10 साल में जनक ने क्षेत्र में जनता के बीच अच्छी पैंठ बना लिया। कांग्रेस प्रत्याशी जनक ध्रुव ने इस बार इतिहास बदल कर जीत दर्ज कराने का दावा किया है। ज्ञात हो कि बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र को भाजपा का अभेद किला कहा जाता है। यहां लगातार पिछले तीन चुनाव में भाजपा के ही विधायक निर्वाचित होते आ रहे हैं। 2008 भाजपा प्रत्याशी डमरूधर पुजारी यहां से पहली बार विधायक चुने गए, 2013 में कांग्रेस के जनक ध्रुव को पछाड़ा कर गोवर्धन मांझी ने जीत दर्ज किया और 2018 में भाजपा के डमरूधर पुजारी बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के दुसरी बार विधायक चुने गए। लगभग 10 वर्षों बाद फिर एक बार चुनावी मैदान में भाजपा से गोवर्धन मांझी और कांग्रेस से जनक ध्रुव मैदान में आमने-सामने हैं।
2013 के चुनावी आंकड़ों पर एक नजर
2013 में 1 लाख 81498 मतदाता थे। जिसमें 83.42 % मतदान यानी 1 लाख 59968 मतदान हुआ। भाजपा के गोवर्धन मांझी को 185843 मत मिले थे जबकि जनक ध्रुव को 55307 मत प्राप्त हुए। इस चुनाव में बाहरी और भीतरी प्रत्याशी का फेक्टर काम कर गया था।
मांझी मैदान में
भाजपा प्रत्याशी गोवर्धन मांझी 2013 में जनक ध्रुव को लगभग 30 हजार से अधिक मतों से हरा कर संसदीय सचिव बने थे और भाजपा के काफी मजबूत प्रत्याशी के रूप में जाने जाते हैं। उनके कार्यकाल के दौरान किए गये विकास कार्यों का असर और उनकी लोकप्रियता चुनाव में देखने को मिल रहा है।
10 वर्षों में जनक ध्रुव ने क्षेत्र में अपना जनाधार मजबूत किया
2013 में जनक ध्रुव जब पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ें उस समय अलग परिस्थितियां थी लेकिन पिछले 10 वर्षों में जनक ध्रुव ने क्षेत्र में अपना पकड़ मजबूत किया है। उनके समर्थकों की फौज अब गांव गांव में देखने को मिलती हैं। साथ ही पिछले 05 वर्षों में छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के दम पर बिन्दानवागढ़ को जितने का दावा इस बार कांग्रेसी कर रहे हैं।