CG Election : चुनाव घमासान... एक लाख फोर्स की जरूरत प्रशासन अलर्ट, बढ़ाए गए चेकिंग प्वाइंट

आचार संहिता लगने के साथ ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। चुनाव सुरक्षा में तैनात जवानों को छोड़ अन्य व्यक्तियों के किसी तरह से हथियार के रखने तथा प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही जिन लोगों के पास शस्त्र लाइसेंस हैं, उनका लाइसेंस आगामी आदेश तक निलंबित कर दिया गया है। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-10-10 05:51 GMT

  • शहर में चाक चौबंद सुरक्षा के लिए जुटी पुलिस।CG Election : चुनाव घमासान... एक लाख फोर्स की जरूरत प्रशासन अलर्ट, बढ़ाए गए चेकिंग प्वाइंट
  • चुनाव में स्टेट के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की जाएगी।
  • संवेदनशील केंद्रों में पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ सीआरपीएफ जवानों की तैनाती की जाएगी।

रायपुर। राज्य में दो चरणों में विधानसभा चुनाव (Assembly elections)कराए जाने हैं, पहले चरण में 20 विधानसभा सीटों ( seats)पर चुनाव होगा, इनमें से 12 विधानसभा सीट बस्तर (Bastar)की शामिल हैं। शांतिपूर्ण चुनाव कराने 75 हजार से एक लाख स्टेट पुलिस (police) के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स( para military force)की तैनाती की जाएगी। गौरतलब है, राज्य की 90 विधानसभा सीटों में 24 हजार 109 मतदान केंद्र (Polling Booth)बनाए गए हैं, इनमें से शहरी क्षेत्र में 3 हजार 227 तथा ग्रामीण क्षेत्र में 17 हजार 693 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे, जबकि 3 हजार 289 संवेदनशील मतदान केंद्र घोषित किए गए हैं। हर मतदान केंद्र में एक तीन की संख्या में सुरक्षा जवान जिसमें पुलिस के साथ पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान तैनात की जाएगी। 96 हजार 436 स्टेट पुलिस के साथ केंद्रीय फोर्स की जरूरत पड़ेगी।

पहले चरण के मतदान कराने में तैनात सुरक्षा जवान दूसरे चरण का मतदान कराने तैनात किए जाएंगे, इसीलिए फोर्स की संख्या कम ज्यादा हो सकती है। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव में कितने जवानों की तैनाती की जाएगी, इस संबंध में अब तक किसी तरह से अधिकृत आंकड़े नहीं दिए हैं। छत्तीसगढ़ सीमा सात राज्यों से सटी है। चुनाव के समय निर्वाचन आयोग जरूरत के मुताबिक पड़ोसी राज्यों की पुलिस की मदद ले सकती है। आचार संहिता लगने के साथ ही पुलिस अफसरों के साथ पुलिसकर्मियों की छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं। साथ ही सरहदी क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

रायपुर में पुलिस हुई एक्टिव

चुनाव आचार सहिता लगने के साथ ही आईजी रतन लाल डांगी, एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर सभी थाना क्षेत्रों में सोमवार को शाम के समय जांच तेज कर दी गई है। साथ ही संदिग्ध वाहनों के साथ संदिग्ध लोगों की जांच तेज कर दी गई है। पुलिस पतासाजी कर रही है कि चुनाव को लेकर किसी तरह से अवैध रूप से प्राचार सामग्री के साथ अन्य सामग्री चोरी छिपे परिवहन कर ले जाई तो नहीं जा रही है। पूरे प्रदेश में धारापरिवहन कर ले जाई तो नहीं जा रही है।

पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू, शस्त्र लाइसेंस निलंबित

आचार संहिता लगने के साथ ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। चुनाव सुरक्षा में तैनात जवानों को छोड़ अन्य व्यक्तियों के किसी तरह से हथियार के रखने तथा प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही जिन लोगों के पास शस्त्र लाइसेंस हैं, उनका लाइसेंस आगामी आदेश तक निलंबित कर दिया गया है। साथ ही जिनके पास लाइसेंसी शस्त्र हैं, उन्हें सात दिन के भीतर अपने नजदीकी थाने में जमा कराने होंगे। साथ ही शस्त्र डीलर, जिनके पास शस्त्र डिपोजिट करने अनुज्ञप्ति है, वहां भी जमा कर सकते हैं। जो व्यक्ति शस्त्र डीलर के पास शस्त्र जमा करते हैं, उसकी सूचना भी संबंधित थाने में देनी होगी। संबंधित शस्त्र डीलर थानेवार जानकारी तैयार कर संबंधित थाने एवं जिला दंडाधिकारी कार्यालय में पेश करेंगे।

31 नई जगहों पर चेक प्वाइंट, केंद्रीय रिजर्व बल से पहुंचेंगे 3000 जवान

चुनावी बिगुल बजने के साथ ही पुलिस ने शहर में चाक चौबंद व्यवस्था के लिए संदिग्ध लोगों की छानबीन तेज कर दी है। इसके साथ ही पुराने चेक प्वाइंट बदलकर अब सभी 31 थानों के आसपास नए चेक प्वाइंट फिक्स कर दिया है। यहां से संदिग्ध वाहन चालकों की जांच के साथ ही पुराने हिस्ट्रीशीटरों की धरपकड़ तेज कर दी है। पुलिस के मुताबिक पहले फेस के चुनाव के लिए केंद्रीय रिजर्व बल से 3000 सुरक्षा बल पहुंच रहे हैं। बस्तर संभाग में चुनाव के बाद यही सुरक्षा बल रायपुर और दूसरे जिले के लिए निकलेंगे। शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एएसपी सिटी लखन पटले ने बताया कि आचार संहिता के मद्देनजर पुलिस ने अब चेक प्वाइंट बदलते हुए संदिग्धों की जांच पड़ताल तेज कर दी है। पुराने 40 नाकाबंदी प्वाइंटों के साथ अब सभी 31 थानों के बाहर भी अलग से पुलिस जवान तैनात किए हैं, ताकि संदिग्ध वाहनों की जांच लगातार हो सके। केंद्रीय रिजर्व बल के पहुंचने के बाद उनकी भी ड्यूटी फिक्स कर रहे हैं। सुरक्षा बलों में अभी पहले फेस के चुनाव को देखते हुए फोर्स की टुकड़ी बस्तर संभाग के लिए रवाना होगी, बाद में दूसरे फेस के चुनाव के लिए सुरक्षा बल वापस रायपुर में मोर्चा संभालेंगे।

केंद्रीय रिजर्व बल से अलग-अलग टोलियां

प्रदेशभर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तैनाती होगी। रायपुर जिले में मौजूदा स्थिति में लगभग 3800 पुलिस जवान तैनात हैं। केंद्रीय रिजर्व बल के शामिल होने के बाद 6000 से ज्यादा सुरक्षा बलों के साथ चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संभाली जाएगी। बाहर से आने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के ठहरने के लिए पुलिस लाइन में इंतजाम किया गया है। अलग-अलग टोलियों के आने के बाद पहले फेस के लिए बारी-बारी से रवानगी की व्यवस्था है।

बल का आना शुरू हो गया

सिटी एएसपी लखन पटले ने बताया कि, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का आना शुरू हो गया है। पहले फेस के चुनाव के लिए टुकड़िया रवाना हो रही हैं, यही टुकड़िया दूसरे फेस के लिए रायपुर वापस होंगी। केंद्रीय रिजर्व बल के साथ लोकल पुलिस की ड्यूटी फिक्स करते हुए चाक चौबंद व्यवस्था का प्रयास है। 

आचार संहिता लागू कर्मचारियों की छुट्टी रद्द


रायपुर। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा करने के साथ ही जिला प्रशासन ने आदर्श आचार संहिता का पालन कराने सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित कर कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधान सभा चुनाव की घोषणा किए जाने के साथ ही निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, इस दृष्टिकोण से यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले में किसी संपत्ति का विरूपण न हो। इसके साथ ही कलेक्टर ने सभी सरकारी अधिकारी, कर्मचारी के अवकाश पर रोक लगा दी है।


कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कोई भी व्यक्ति जो संपत्ति के स्वामी की लिखित अनुज्ञा के बिना सार्वजनिक दृष्टि में आने वाली किसी संपत्ति को स्याही, खडिया, रंग या किसी अन्य पदार्थ से लिख कर या चिन्हित कर के उसे विरूपित करेगा, उनसे जुर्माना वसूल किया जाएगा। संपत्ति विरूपण के लिए टीम गठित की जाएगी, जिसमें नगरीय निकाय, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारी-अधिकारी शामिल रहेंगे। यह टीम नियंत्रण भ्रमण कर जांच कर अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत आवश्यक कार्रवाई करेगी। राजनीतिक दल, अभ्यर्थियोंआवश्यक कार्रवाई करेगी।

राजनीतिक दल, अभ्यर्थियों के लिए दिशा निर्देश

कलेक्टर ने सभी राजनीतिक दलों के अलावा अभ्यर्थियों के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। कलेक्टर ने जाति, धार्मिक, भाषायी आधार पर वैमनस्यता बढ़ाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। साथ ही राजनीतिक दल के नेताओं को उनकी नीति, कार्यक्रम, पुराने आचरण के छोड़ व्यक्तिगत जीवन को इस तरह के आरोप जिनकी सत्यता प्रमाणित न हो इस पर टिप्पणी करने से बचने के लिए कहा है। साथ ही धार्मिक स्थलों में राजनीतिक प्रचार का मंच नहीं बनाने की सलाह दी है।

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