CG Election : पहली बार ईवीएम मशीन खुली ही नहीं, माकपोल के बाद रिसेट करना भूले कर्मी
- रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ की नहीं खोली गई एक ईवीएम
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पहली बार मतगणना (votes) के दौरान एक ईवीएम मशीन(EVM machine)को खोला ही नहीं गया। इसके कारण उस ईवीएम में पड़े वोटों की गिनती ही नहीं की गई। यह मामला रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र (Raipur North assembly)के बूथ नंबर 65 का है। इस बूथ की एक ईवीएम पर 568 वोट पड़े थे, लेकिन मतगणना के दिन जब मशीन को खोला जा रहा था, तब मशीन में 618 वोट दिखाने लगे। इस तरह मशीन में माकपोल के 50 वोट को अधिकारी-कर्मचारी रिसेट करना ही भूल गए। इधर इस सीट पर जीते प्रत्याशी का हारे प्रत्याशियों के पड़े वोटों का अंतर हजारों में था, इसलिए रिटर्निंग ऑफिसर ने पर्यवेक्षक की अनुमति लेकर इस ईवीएम के वोटों की गणना ही
जीत-हार के कम अंतर से फंस सकता था पेंच
मतगणना के अंतिम राउंड के रुझान में भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा जीत चुके थे, जो कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप जुनेजा एवं निर्दलीय प्रत्याशी अजीत कुकरेजा को भी पीछे छोड़कर लगभग 23 हजार वोट से आगे थे, वहीं जिस ईवीएम को नहीं खोला गया, उसमें सिर्फ 568 वोट ही पड़े थे। इस तरह जीत-हार के अंतर में नहीं खोली गई ईवीएम के वोटों से फर्क नहीं पड़ता, लेकिन इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता कि अगर वोटों का अंतर ईवीएम मशीन के वोटों के अंतर के आसपास होता, तो इस सीट के चुनाव में पेंच भी फंस सकता था।
बड़ी चूक, बन सकता था विवाद का कारण
रायपुर उत्तर विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी ने 23 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की है। यदि जीत का अंतर 568 वो या उसके आसपास होता तो निश्चित यह मामला बहुत गरमा सकता था।
पर्यवेक्षक से अनुमति लेकर परिणाम घोषित किए गए
रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर बीबी पंचभाई ने कहा कि, रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ क्रमांक 65 की एक ईवीएस मशीन को माकपोल के बाद रिसेट नहीं किया गया था, इसलिए मतगणना के दिन कुल वोटों में माकपोल के 50 वोट ज्यादा दिखाई रहे थे। जीत का अंतर बहुत ज्यादा था, इसलिए पर्यवेक्षक की अनुमति लेकर ईवीएम के वोटों की गिनती नहीं की गई।