CG News : अवैध चिकन चौपाटी पर चला बुलडोजर, नवनिर्वाचित विधायक पुरंदर मिश्रा बोले- जनता की इच्छा के मुताबिक हो रहा काम
नवनिर्वाचित विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा है कि, लगातार इस चौपाटी की शिकायत मिल रही थी, इसलिए चौपाटी हटाई गई। श्री मिश्रा ने कहा कि, हम मोदीजी के कार्यकर्ता हैं, उनकी सोच के अनुरूप काम करेंगे। जो हो रहा है प्रभु जगन्नाथ और प्रभु श्रीराम कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...;
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सालेम स्कूल (Salem School)के बाहर चौपाटी(Chowpatty)पर बुलडोजर (Bulldozer)चला दिया गया। सालेम स्कूल की छात्राओं ने यहां असामाजिक तत्वों के जमावड़े और छेड़छाड़ की शिकायत की थी। इस पर अब रायपुर शहर उत्तर के नवनिर्वाचित विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा है कि, लगातार इस चौपाटी की शिकायत मिल रही थी, इसलिए चौपाटी हटाई गई। श्री मिश्रा ने कहा कि, हम मोदीजी के कार्यकर्ता हैं, उनकी सोच के अनुरूप काम करेंगे। जो हो रहा है प्रभु जगन्नाथ और प्रभु श्रीराम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, रायपुर की जनता जो मांग करेगी, जो चाहेगी वह होगा। हम पिछले 15 सालों की तरह शांत वातावरण बनाएंगे। वहीं आज पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा है कि, एक दूसरे को निपटाने के चक्कर में कांग्रेस की हार हुई है। श्री भगत के इस बयान पर पुरंदर मिश्रा ने कहा है कि, एक दूसरे को निपटाना कांग्रेस की पुरानी आदत है। कोई एक पावरफुल होता है तो दूसरे को निपटाने लगता है। रावण का अहंकार उसे ले डूबा था, यही हाल कांग्रेस का है। कांग्रेस की सरकार से 5 साल में छत्तीसगढ़ की जनता त्रस्त हो चुकी थी।
उल्लेखनीय है कि, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मोती बाग के सामने सालेम स्कूल के अहाते से सटाकर अवैध रूप से चल रही चौपाटी पर कार्रवाई करने के लिए निगम की टीम पहुंच मुगलवार की सुबह ही पहुंच गई। सालेम स्कूल में पढ़ रही छात्राओं ने छेड़छाड़ और बदसलूकी करने की शिकायत की थी। जिसके बाद अब निगम की टीम कार्रवाई करने पहुंची है। इसके अलावा पुलिस की ओर से भी छेड़छाड़ करने वाले युवकों पर कार्रवाई की तैयारी है।
छात्राओं ने निकाली थी रैली
प्राचार्य ने कहा था, घट सकती है अप्रिय घटना
यहां छठवीं से बारहवीं कक्षा तक की छात्राएं अध्ययनरत हैं। रैली में 70 से 80 छात्राएं शामिल हुई। प्राचार्य मुकेश कुमार ने कहा, किसी अप्रिय घटना का इंतजार करने के स्थान पर जल्द से जल्द छात्राओं की समस्याएं सुनी जानी चाहिए। इसका प्रभाव छात्राओं की पढ़ाई पर भी पड़ता है। स्कूल की छुट्टी के दौरान शाम के वक्त यहां जाम की स्थिति बन जाती है। छात्राएं इस माहौल में अपने आप को असुरक्षित महसूस करती हैं।
हरिभूमि ने उठाया मुद्दा
यह पहली बार नहीं है, जब स्कूली बच्चों को इस तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो। बीते सप्ताह टैगोर नगर में एक कोचिंग सेंटर के बाहर 11वीं के छात्र को दौड़ा- दौड़ाकर चाकू मारा गया था। शहर में कई ऐसी जगहें हैं, जहां शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास ठेले-गुमटियां संचालित हैं। यहां दिनभर असमाजिक तत्वों का जमावाड़ा लगा रहता है। नियमतः शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में पान-मसाला, गुटखा, तंबाखू सहित किसी भी तरह की नशीली चीजों की बिक्री प्रतिबंधित है। हरिभूमि ने छात्रों की इस समस्या को गंभीरता के साथ उठाया था। इसके बाद भी जिला प्रशासन द्वारा अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया