CG NEWS : मैसूर से आएगी मतदाताओं की अंगुली पर लगने वाली स्याही, 24 हजार से ज्यादा बूथों पर 86 हजार शीशी

छत्तीसगढ़ में हर बूथ (booth)पर दो शीशी की जरूरत पड़ेगी। आयोग (commission)द्वारा इसकी एक शीशी रिजर्व के रूप में हर बूथ (booth) को दी जाती है। इस आधार पर अनुमान लगाया गया है कि लगभग 85 हजार शीशी की जरूरत छत्तीसगढ़ का चुनाव कराने के लिए होगी। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-10-29 05:11 GMT
  • एक बूथ में दो शीशी के हिसाब से किया जाता है वितरण, रिजर्व भी रखी जाएंगी।
  • सिल्वर नाइट्रेट केमिकल का इस्तेमाल एक बार लगने पर 72 घंटे तक नहीं मिटेगी।

सूरेंद्र शुक्ला - रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव(Chhattisgarh Assembly elections) के लिए तैयारी पूरी हो गई है। मतदाताओं (voters)की अंगुलियों में लगने वाली अमिट स्याही मैसूर पेंट्स एंड वार्निश लिमिटेड (indelible ink Mysore Paints and Varnish Limited)से मंगाई गई है। छत्तीसगढ़ में हर बूथ (booth)पर दो शीशी की जरूरत पड़ेगी। आयोग (commission)द्वारा इसकी एक शीशी रिजर्व के रूप में हर बूथ (booth) को दी जाती है। इस आधार पर अनुमान लगाया गया है कि लगभग 85 हजार शीशी की जरूरत छत्तीसगढ़ का चुनाव कराने के लिए होगी।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय (Chief Electoral Officer Office)से मिली जानकारी के अनुसार ,भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकृत कंपनी से ही अमिट स्याही मंगाई जाती है। चुनाव के पहले ही इसका आर्डर देकर मंगा ली जाती है। छत्तीसगढ़ में मैसूर की कंपनी से अमिट स्याही मंगाई जाती है। चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में कुल 24 हजार 109 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल मतदान के केंद्र के अलावा अतिरिक्त शीशी भी रिजर्व में रखी जाती हैं। मतदान के पूर्व सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को उनके यहां बनाए गए मतदान केंद्र के अनुसार इसकी मात्रा उपलब्ध कराई जाती है। चुनाव की तैयारियों के समय लगने वाली सामग्री के रूप में स्याही का आर्डर तीन माह पहले ही दिया जाता है।

इसलिए नहीं मिटती स्याही

मतदान के समय अंगुलियों पर लगने वाली स्याही को बनाने में सिल्वर नाइट्रेट केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इसी वजह से एक बार त्वचा के किसी भी हिस्से पर लगने के बाद इसे कम से कम 72 घंटे तक हटाया नहीं जा सकता। सिल्वर नाइट्रेट पानी के संपर्क में आने पर यह काला हो जाता है और लंबे समय तक रहता है। जब आप वोट करने जाते हैं, तो इसे आपकी अंगुली पर लगाया जाता है। यह शरीर में मौजूद नमक के साथ मिलकर सिल्वर क्लोराइड बनाता है। सिल्वर क्लोराइड पानी में नहीं घुलता और त्वचा से जुड़ा रहता है। इसे साबुन से नहीं धोया जा सकता।

एक शीशी में 700 लोगों को लगाई जा सकती है

चुनाव में उपयोग की जाने वाली एक शीशी में 10 मिलीलीटर स्याही होती है। सूत्रों का कहना है कि 10 एमएल की शीशी लगभग 700 मतदाताओं की अंगुलियों पर लगाई जा सकती है।

इतने की स्याही लगेगी

चुनाव आयोग पिछले पांच दशक से अधिक समय से चुनावों में इस स्याही का इस्तेमाल कर रहा है। एक शीशी में 10 एमएल स्याही होती है और हर एक शीशी की कीमत लगभग 164 रुपये है। बताया जाता है छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में करीब 24109 बूथ में करीब साढ़े आठ लीटर स्याही की आवश्यकता होगी यानी करीब 1.39 करोड़ की स्याही मतदान करने वालों को लगाई जाएगी।

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