चैत्र नवरात्र महोत्सव : लोरमी के मंदिरों में भक्तों का तांता, मां के दरबार में जगमगा रहे ज्योति कलश
मुंगेली जिले में स्थित लोरमी नगर की पहाड़ों वाली माँ महामाया मंदिर सहित खुड़िया में माँ खुड़िया दाई, कारीडोगरी में माँ कल्याणी, लोरमी नगर के रानीगांव में स्थित मां महामाया मंदिर सहित डोंगरीगढ़ में माँ भुवनेश्वरी देवी के मंदिर में चैत्र नवरात्रि के कारण भक्तों का दिनभर तांता लगा हुआ है।;
लोरमी। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में स्थित लोरमी नगर की पहाड़ों वाली माँ महामाया मंदिर सहित खुड़िया में माँ खुड़िया दाई, कारीडोगरी में माँ कल्याणी, लोरमी नगर के रानीगांव में स्थित मां महामाया मंदिर सहित डोंगरीगढ़ में माँ भुवनेश्वरी देवी के मंदिर में चैत्र नवरात्रि के कारण भक्तों का दिनभर तांता लगा हुआ है। वही इन मंदिरों में मनोकामनाएं ज्योति कलश प्रज्ज्वलित हो रही हैं।
इसमें लोरमी माँ महामाया मंदिर में इस वर्ष 450 तेल ज्योति कलश प्रज्ज्वलित है, रानीगांव की माँ महामाया मंदिर में 122 तेल तो 1 घृत ज्योति के साथ श्री मद देवी भागवत का आयोजन हुआ है। वही लोरमी तहसील से 25 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ों पर गांव डोंगरीगढ़ में मां भुवनेश्वरी देवी का मंदिर स्थित है। डोंगरीगढ़ मंदिर को मां बम्लेश्वरी डोंगरगढ़ का रूप माना जाता है। यहां इस वर्ष 819 मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किया गया है। नवरात्रि के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। माता का मंदिर चारों तरफ पेड़-पौधे और पहाड़ियों से घिरा है। मंदिर तक जाने के लिए सैकड़ों सीढ़ियां हैं। मां भुवनेश्वरी मंदिर समिति डोंगरीगढ़ के सदस्य लखन लाल यादव बताते हैं कि प्रति वर्ष नवरात्रि के अवसर पर 9 दिनों तक विशेष पूजा-अर्चना के साथ भागवत कथा पुराण सहित मेले का आयोजन किया जाता है।