Changing System In Trains : कांच के बॉक्स में कैद होगी चेन, तोड़ेंगे तभी रुकेगी ट्रेन
रेलवे का भी मानना है कि बेवजह चेन पुलिंग (chain pulling)से ट्रेनों की रफ्तार प्रभावित हो रही है। अब इस व्यवस्था को सुधारने रेलवे ट्रेनों में चेन पुलिंग सिस्टम(chain pulling system) में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। पढ़िए पूरी खबर..;
ललित राठोड़ - रायपुर। ट्रेनों (trains)के समय पर स्टेशन (station)नहीं पहुंचने के पीछे चेन पुलिंग के बढ़ते मामले प्रमुख कारणों में शामिल है। रेलवे का भी मानना है कि बेवजह चेन पुलिंग (chain pulling)से ट्रेनों की रफ्तार प्रभावित हो रही है। अब इस व्यवस्था को सुधारने रेलवे ट्रेनों में चेन पुलिंग सिस्टम(chain pulling system) में बड़ा बदलाव करने जा रहा है, जिसमें केवल जरूरत के दौरान ही यात्री चेन खींचकर ट्रेन रोक सकेंगे। रेलवे ने अब तय किया गया कि ट्रेनों में अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे चेन पुलिंग सिस्टम अब नहीं रहेंगे। डिब्बे में जहां पर भी चेन खींचने की व्यवस्था है, उसके आगे मजबूत पारदर्शी बॉक्स लगाया जाएगा।
आपातकालीन स्थिति में यदि ट्रेन रुकवानी होगी, तो पहले बॉक्स को तोड़ना होगा। इसके बाद चेन खींचनी होगी। इस संबंध में रिसर्च एंड डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (Research and Design and Standards Organization)ने सभी जोन के प्रिंसिपल चीफ मैकेनिकल इंजीनियर(Principal Chief Mechanical Engineer) पीसीएमई (PCME)को चिट्ठी लिखी है। अब लिंक हॉफमैन बुश, एलएचबी कोच में यह व्यवस्था की जाएगी। रेलवे का मानना है कि इस व्यवस्था से चेन पुलिंग कम होगी। यात्री केवल आपातकालीन समय में ट्रेन रोकेंगे। बेवजह की चेन पुलिंग से ट्रेन विलंब नहीं होगी।
सभी जोन में 25 फीसदी बढ़ गए मामले
रलवे बोर्ड (Railway Board) की चेन पुलिंग (chain pulling) की समीक्षा रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में 25 फीसदी चेन पुलिंग के मामले बीते दो सालों में बढ़ गए हैं। रायपुर मंडल में बीते तीन महीने में 40 बार आपातकालीन स्थिति पर चेन खींचकर ट्रेन रोकी गई, तो वहीं 700 बार बेवजह यात्रियों ने चेन पुलिंग की। आंकड़ों के मुताबिक हर दिन 40 से अधिक लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों (express trains)में चेन पुलिंग हो रही है। इससे ट्रेन अपने निर्धारित समय से 15 से 20 मिनट लेट चल रही है।
एलएचबी कोच में लगेंगे पारदर्शी बॉक्स
चेन पुलिंग के ज्यादा मामले लोकल ट्रेन में हैं, लेकिन रेलवे पहले एलएचबी के हर डिब्बे में अब पारदर्शी बॉक्स लगाने जा रहा है, ताकि ट्रेनों की गति प्रभावित न हो। यदि आपातकालीन स्थिति में ट्रेन को रोकना है, तो चेन के सामने लगे बॉक्स को हटाकर या तोड़कर इसे खींचना होगा। ऐसे में यात्रियों की लापरवाही से ट्रेन रुकने की संभावनाएं खत्म हो जाएंगी। कई बार यात्री पकड़े जाने पर बहाना करते हैं कि अंजाने में चेन खिंच गई, जबकि उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं थी। इस व्यवस्था से चेन पुलिंग से पहले यात्री सोचेंगे।