वर्मी कम्पोस्ट के नाम पर ठगी : दो फांदेबाजों ने महिला समूह से 5 लाख रुपए ठगे, शिकायत पर पुलिस ने किया गिरफ्तार

बदमाशों ने महिला समूह को सरकारी प्रशिक्षण केंद्र का डायरेक्टर और संयोजक बताकर उनसे किश्तों में रुपए ले लिए हैं। जिसके बाद महिलाओं को ट्रेनिंग ही नहीं मिली...;

Update: 2022-07-19 09:57 GMT

पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में वर्मी कंपोस्ट यूनिट के नाम पर महिला समूहों से 5 लाख रुपए ठगी करने का मामला सामने आया है। बदमाशों ने महिला समूह को सरकारी प्रशिक्षण केंद्र का डायरेक्टर और संयोजक बताकर उनसे किश्तों में रुपए ले लिए हैं। जिसके बाद महिलाओं को ट्रेनिंग ही नहीं मिली, बाद में दोनों बदमाश गायब हो गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला मरवाही थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार भर्रीडांड ग्राम के महिला स्वयं सहायता समूह से दो लोगों ने संपर्क किया। संपर्क करने वाले ने महिला स्वयं सहायता समूह को वर्मी कंपोस्ट प्रशिक्षण केंद्र का डायरेक्टर बताया। अपने साथी को केंद्र के संयोजक के रूप में परिचय कराया। दोनों बदमाश महिलाओं को वर्मी कंपोस्ट उत्पादन की ट्रेनिंग का झांसा देकर फरार हो गए। फ़िलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

समूह की हर महिला से वसूले 4-4 हजार

दोनों युवकों ने झांसा दिया था कि इस ट्रेनिंग के बाद वह यूनिट लगवाने और कंपोस्ट बिकवाने में भी सरकार की ओर से मदद करेंगे। बदमाशों ने इसके लिए ग्रामीण महिलाओं से वर्मी वार्ड यूनिट लगाने के लिए प्रति यूनिट 4 हजार रुपए ले लिए। इस तरह 20 स्व सहायता समूहों की 125 महिलाओं से 5 लाख रुपए वसूल लिए।

सूरजपुर में भी की ठगी

जानकारी मिली है कि, दोनों ने इसी तरह सूरजपुर जिले में भी ठगी की थी। वहां पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस पर पुलिस ने दोनों को प्रोटक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों ने अपना नाम तक गलत बताया था। एक आरोपी दिग्विजय दास बैरागी (36 साल) रायगढ़ के तमनार क्षेत्र के ग्राम बुड़िया और दूसरा आरोपी रमेश कुमार लाल (58 साल) बिलासपुर के सिविल लाइन में नंदन विहार का रहने वाला है। यह भी सामने आया है कि दोनों इसी तरह से फर्जीवाड़ा कर गांव की महिलाओं के साथ धोखाधड़ी करते थे। फिलहाल पुलिस अभी दोनों बदमाशों से पूछताछ कर रही है।

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