सांसद संतुष्ट, कहा- छत्तीसगढ़ को पर्याप्त प्रतिनिधित्व, एक राज्यपाल और एक मंत्री

केंद्रीय मंत्रिमंडल में हुए विस्तार में छत्तीसगढ़ से किसी सांसद को नहीं लिया गया है। यहां से एक और सांसद के मंत्री बनने की संभावना थी। सारे सांसद इंतजार करते रहे पर किसी को भी दिल्ली से फोन नहीं आया इसके बाद भी यहां के सांसद संतुष्ट हैं। सांसदों का एक स्वर में कहना है कि किसी को भी मंत्री बनाने का अधिकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है।;

Update: 2021-07-08 23:01 GMT

केंद्रीय मंत्रिमंडल में हुए विस्तार में छत्तीसगढ़ से किसी सांसद को नहीं लिया गया है। यहां से एक और सांसद के मंत्री बनने की संभावना थी। सारे सांसद इंतजार करते रहे पर किसी को भी दिल्ली से फोन नहीं आया इसके बाद भी यहां के सांसद संतुष्ट हैं। सांसदों का एक स्वर में कहना है कि किसी को भी मंत्री बनाने का अधिकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। छत्तीसगढ़ को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया गया है। पूर्व सांसद रमेश बैस को त्रिपुरा के स्थान पर बड़े राज्य झारखंड का राज्यपाल बना दिया गया है। रेणुका सिंंह पहले ही केंद्र में मंत्री हैं।

छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य रहा है, जहां से भाजपा के हमेशा से 90 फीसदी सांसद जीते हैं। पहले लोकसभा चुनाव की बात करें तो उसके ठीक पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने यहां पर जीत दर्ज कर अपनी सरकार बनाई थी। इसके बाद जब लोकसभा के चुनाव हुए तो यहां पर भाजपा के खाते में 11 में से 10 सीटें आईं। इसके बाद यही इतिहास आगे के दो चुनावों में भी दोहराया गया। प्रदेश में 15 साल तक भाजपा का राज होने के बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार मिली।

भाजपा के हाथ 15 सीटें ही आईं। ऐसे में इस बार लगने लगा था कि लोकसभा चुनाव में भाजपा का पिछला रिकाॅर्ड बुरी तरह से टूट जाएगा लेकिन कांग्रेस की लहर में भी भाजपा ने यहां पर 11 में से 9 सीटें जीतने का काम किया। ऐसे में जब मोदी मंत्रिमंडल में विस्तार की बात चली तो एक उम्मीद जागी कि यहां से भी एक और सांसद को मौका मिल सकता है।

इसके पीछे का कारण यह रहा कि केंद्र में जब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार थी तब उस समय उनके मंत्रिमंडल में रायपुर के सांसद रमेश बैस और बिलासपुर के सांसद दिलीप सिंह जूदेव मंत्री थे। श्री जूदेव के मंत्रिमंडल से हटने के बाद उनके स्थान पर डॉ. रमन सिंह को मंत्री बनाया गया था।

क्या कहते हैं सांसद

जो सांसद यहां के मंत्री बनने के दावेदार थे उसमें ओबीसी के चार सांसद थे इनमें से बिलासपुर के सांसद अरूण साव का कहना है कि छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार ने पर्याप्त मौका दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार के पहले ही पूर्व सांसद रमेश बैस को त्रिपुरा के स्थान पर बड़े राज्य झारखंड का राज्यपाल बनाया गया। रेणुका सिंह केंद्र में पहले से मंत्री हैं।

दुर्ग के सांसद विजय बघेल कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंंत्रिमंडल के विस्तार में अच्छा तालमेल करके मंत्रिमंडल बनाया है। रायपुर के सांसद सुनील सोनी, राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय कहते हैं कि किनको मंत्रिमंडल में रखना है यह प्रधानमंत्री का अपना अधिकार होता है। उन्होंने जो मंत्रिमंडल तय किया है उससे छत्तीसगढ़ के सांसद संतुष्ट हैं। प्रधानमंत्री और केंद्र के मंत्री हमेशा छत्तीसगढ़ के सांसदों को बहुत महत्व देते हैं।

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