छह महीने में 210 गुमशुदा को पहुंचाया घर, परिवार की लौटी मुस्कान
जब नाबालिग थीं तो प्रेमी के संग घर से फरार हो गईं। दिल्ली, महाराष्ट्र और यूपी जैसे राज्यों में दोनों पहुंचे और वहीं रोजी-मजदूरी कर गुजर करने लगे। साल दर साल समय गुजरता गया और दोनों बालिग हो गए। प्रेमी-प्रेमिका ने रीति-रिवाज से शादी कर ली। उनके बच्चे भी हो गए। परिवार वालों की याद सताने लगी तो कुछ लोग वापस लौट आए लेकिन कुछ अपनी दुनिया में वहीं व्यस्त हो गए।;
जब नाबालिग थीं तो प्रेमी के संग घर से फरार हो गईं। दिल्ली, महाराष्ट्र और यूपी जैसे राज्यों में दोनों पहुंचे और वहीं रोजी-मजदूरी कर गुजर करने लगे। साल दर साल समय गुजरता गया और दोनों बालिग हो गए। प्रेमी-प्रेमिका ने रीति-रिवाज से शादी कर ली। उनके बच्चे भी हो गए। परिवार वालों की याद सताने लगी तो कुछ लोग वापस लौट आए लेकिन कुछ अपनी दुनिया में वहीं व्यस्त हो गए।
जो पति-पत्नी बनकर वापस घर लौटे उन्हें परिजनों ने रोते ही सही लेकिन अपना लिया। आपरेशन मुस्कान में पुलिस उनके ठिकानों पर पहुंची तो इसका खुलासा हुआ। ऐसे एक-दो नहीं बल्कि दर्जनभर युवक-युवतियों को पुलिस ने उनके परिजनों से मिलाया। ऐसे बालिग जो शादी कर बतौर पति-पत्नी अपने पैतृक निवास पर मिले। पुलिस उनका बयान दर्ज कर लौट आई। जो दूसरे राज्यों में मिले उनको परिजनों से मिलवाया गया।
11 नाबालिग मिले तो हो चुके थे बालिग
अफसरों के मुताबिक आपरेशन मुस्कान के तहत 11 बालिग युवक-युवती ऐसे मिले जो सालों पहले घर से फरार हो गए थे। अब वे बालिग हो चुके हैं। शादी कर गृहस्थी बसा ली है।
छह महीने में 210 को पहुंचाया घर तक
पुलिस के मुताबिक जिलेभर के 32 थाना क्षेत्रों से गायब नाबालिग-बालिगों को बरामद करने आपरेशन मुस्कान चलाया गया। इस दौरान जनवरी से जून 2021 तक यानी छह माह में पुलिस ने करीब 210 गुमशुदा लोगों की तलाश कर उनकी घर वापसी कराई। इनमें 25 बालक और 185 बालिकाएं शामिल रहे।
नाबालिग भागे, बालिग होकर शादी कर ली
केस 1- उरला इलाके से एक किशोरी अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। दोनों ने बालिग होने पर शादी कर ली। पुलिस टीम उनके घर पहुंची तो इसका पता चला। पुलिस दोनों के बयान दर्ज कर लौट गई। केस 2- अभनपुर से नाबालिग युवक-युवती घर से भागकर दूसरे राज्य चले गए। वहां दोनों ने शादी कर ली। अब बालिग होने पर घर लौटे। घर पहुंचने पर पुलिस को जानकारी मिली।
210 गुमशुदा बरामद
ऑपरेशन मुस्कान के तहत छह महीने में करीब 210 गुमशुदा को बरामद किया गया है। इनमें 25 बालक और 185 बालिकाएं शामिल हैं।