छत्तीसगढ़ : गुगल से टोल फ्री नंबर लेकर बता दिया OTP, पलक झपकते ही अकाउंट के सारे पैसे गायब

मोबाइल फोन या कंप्यूटर पर इंटरनेट यूज करने वालों में ठगी के खिलाफ जागरुकता की कमी, आसपास की खबरों के प्रति बेपरवाही और ऐसे अबूझ लोगों को आसानी से ठग लेने का शर्मनाक नमूना छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में सामने आया है। रायगढ़ के दीनानाथ विश्वकर्मा नामक जिंदल एंप्लाई वह उदाहरण हैं, जिन्होंने गुगल से पहले तो टोल फ्री नंबर निकाला, फिर उस नंबर पर बातचीत करके उनके मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी नंबर भी बता दिए। पलक झपकते ही बैंक अकाउंट के रकम साफ हो गए। छत्तीसगढ़ में ऐसी ठगी पहली बार नहीं हुई। आए दिन ऐसी खबरें आती रहती हैं, लेकिन इसके बावजूद आसानी से ठगा गए दीनानाथ विश्वकर्मा ने अब पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है। पढ़िए पूरी खबर-;

Update: 2021-10-26 09:08 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक शख्स को गूगल से बैंक का टोल फ्री नंबर निकालना काफी महंगा पड़ा गया है। शख्स ने किसी काम से उस नंबर को निकालकर फोन किया था। मगर उसके साथ लाखों रुपए की ठगी हो गई है। शख्स ने बताया कि जैसे ही उसने टोल फ्री नंबर पर फोन किया। उसने वैसे ही उससे बैंक खाता नंबर और फोन पर, कॉलर ने ओटीपी मांग लिया। ओटीपी बताते ही उसके खाते से 5 बार में रकम पार हो गए। इसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत तमनार थाने में दर्ज कराई है।

दीनानाथ विश्वकर्मा जिंदल पॉवर लिमिटेड तमनार में काम करते हैं। वह तमनार थाना के टिहलीरामपुर गांव में रहते हैं। उन्होंने 23 अक्टूबर को अपने एक बैंक संबंधि काम के लिए गूगल से भारतीय स्टेट बैंक का टोल फ्री नंबर निकाला था। दीनानाथ ने बताया कि उन्होंने फोन लगाते ही आरोपी को अपनी परेशानी बताई। इस पर आरोपी ने उनसे पहले बातों में उलझाकर खाता नंबर पूछा। फिर खाता नंबर देते ही उनके मोबाइल पर एक ओटीपी आया। उसे भी पूछ लिया। दीनानाथ को लगा उनकी परेशानी हल हो जाएगी। इसलिए उन्होंने आरोपी को पूरी जानकारी दे दी थी।

इधर, ओटीपी नंबर देते ही खाते से अलग-अलग बार में कुल एक लाख 17 हजार, 139 रुपए पार हो गए। दीनानाथ ने फिर उस नंबर पर फोन लगाया। मगर वह बंद आने लगा। इस पर दीनानाथ को पता चला कि उसके साथ ऑनलाइन ठगी हो गई है। जिसके बाद उसने पूरे मामले की शिकायत तमनार थाना में दर्ज कराई है। अब पुलिस अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुटी है।

वहीं इससे 5 दिन पहले भी जिले में ठगी का एक केस सामने आया था। यहां च्रकधरनगर थाना क्षेत्र में एक आरोपी ने मकान बनाने का वादा कर 8.5 लाख रुपए ठग लिए थे और भाग गया था। पुलिस उस मामले में भी केस दर्ज आरोपी की तलाश कर रही है। संभव है कि तमाम कोशिशों के बाद आरोपी पुलिस की पकड़ में आ भी जाए, लेकिन लोगों में जागरुकता की कमी के कारण ऐसे ठगों को ठगी का मौका मिलता है। अनजान व्यक्ति को ओटीपी, पासवर्ड, एड्रेस या अपना अकाउंट डिटेल नहीं बताने के लिए तमाम तरह से आगाह किए जाने के बावजूद लोगों की लापरवाही रूक रहीं, न ही ऐसे अपराध रूक रहे हैं।

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