आंबेडकर अस्पताल के मरीजों की थाली में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को किया गया शामिल, बड़ी-बिजौरी के साथ गर्भवती महिलाओं को मिलेंगे छेवारी लड्डू
रायपुर: आंबेडकर अस्पताल के मरीजों की थाली में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को शामिल किया गया है। सुबह-शाम खाने की थाली में बड़ी-बिजौरी के साथ गर्भवती महिलाओं को छेवारी लड्डू भी दिया जाएगा।;
रायपुर: आंबेडकर अस्पताल के मरीजों की थाली में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को शामिल किया गया है। सुबह-शाम खाने की थाली में बड़ी-बिजौरी के साथ गर्भवती महिलाओं को छेवारी लड्डू भी दिया जाएगा। तीन साल बाद अस्पताल में संचालित रसोईघर का ठेका बदला गया है। अब सामान्य मरीजों को 150 रुपए और प्रसूताओं को जननी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 250 रुपए वाली थाली परोसी जाएगी।
कोरोनाकाल के पहले मरीजों को दोनों वक्त के खाने के साथ सुबह-शाम का चाय-नाश्ता देने के लिए ठेका सामान्य मरीजों के लिए सौ और प्रसूताओं के लिए डेढ़ सौ रुपए के हिसाब से हुआ था। समय के साथ खाने के लिए निर्धारित की गई राशि को कम माना जा रहा था और संबंधित संस्था द्वारा मेनू में कटौती की जा रही है। इसी बीच राज्य शासन द्वारा मरीजों की परोसी जाने वाली थाली में पौष्टिकता और व्यंजन बढ़ाने के लिए सामान्य मरीजों की थाली के लिए डेढ़ सौ रुपए तथा जननी स्वास्थ्य योजना के तहत प्रसूताओं को ढाई सौ रुपए तय किए गए थे। अस्पताल प्रबंधन की ओर से जारी टेंडर के हिसाब से केटरर्स तय कर दिया गया है। डीके और आंबेडकर अस्पताल में दिए जाने वाले खाने के प्रकार का अध्ययन कर विशेषज्ञों की टीम ने पौष्टिक डाइट चार्ट तैयार किया। इस आधार पर नए संस्थान को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। मरीजों को दिए जाने वाले खाने की अलग-अलग श्रेणी और मात्रा निर्धारित की गई है। सामान्य मरीजों को उनकी बीमारी के हिसाब हरी सब्जी, अंडा, दूध, मिठाई देने तथा प्रसूताओं को मौसम के मुताबिक बड़ी-बिजौरी और छेवारी के लड्डू भी खाने अथवा नाश्ते में दिए जाएंगे। साथ ही मौसमी फल और दूध का पैकेट भी दिया जाना है।
प्रसूताओं का मेनू
सुबह-शाम खाने में रोटी अथवा चावल, दाल के साथ हरी सब्जी, सोयाबीन, रखिया बड़ी, पापड़, सलाद, बिजौरी के साथ सप्ताह में तीन दिन पूरी, पनीर अथवा मशरूम की सब्जी, नाश्ते में काजू-किशमिश, ढोकला, राजगीर, अलसी, सोंठ, बेसन, मूंगफली अथवा रागी के लड्डू, सूजी का हलवा, अंकुरित चना-मूंग का नाश्ता, मौसमी फल शामिल हैं।
अन्य मरीजों का मेनू
मरीजों की स्थिति और आवश्यकता के अनुसार उन्हें सुबह-शाम के रोटी, चावल, दाल के साथ खाने में दो हरी या सूखी सब्जी, सलाद, दो अंडे, खिचड़ी, उपमा या दलिया, प्रोटीन शेक माड़ या दाल का सूप, सुबह-शाम के नाश्ते में चाय के साथ लड्डू-पेड़ा या चना अथवा मूंगफली, स्प्राउट, टोेस्ट अथवा बिस्किट, मौसमी फल शामिल हैं।
पहले काम कर चुकी
अस्पताल प्रबंधन ने बीमारी का इलाज कराने भर्ती होने वाले मरीजों को पौष्टिक खाना परोसने के लिए फिलीप केटरर्स को जिम्मा दिया है। यह संस्था पहले भी अस्पताल के मरीजों को खाना परोस चुकी है। इसके बाद कोरोना के पहले चिकित्सा शिक्षा संचालनालय स्तर पर इसका टेंडर किया गया था। नई दर के हिसाब से एजेंसी तय करने के लिए दिवाली के दौरान टेंडर जारी किया गया था।
तय की गई एजेंसी
नई दर के हिसाब से मरीजों को खाने और नाश्ता परोसने के लिए एजेंसी तय कर दी गई है। संस्थान को निर्धारित मेनू के हिसाब से मरीजों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने कहा गया है।