Boxing Championship : छत्तीसगढ़ की बेटी ने किया कमाल, इंटरनेशनल बॉक्सिंग चौंपियनशिप में जीता गोल्ड मेडल

छत्तीसगढ़ की बेटी दुर्गा ने समंदर के उस पर भी कम नहीं है। दुबई में आयोजित बॉक्सिंग चौंपियनशिप टूर्नामेंट ( boxing championship tournament ) में गोल्ड मेडल (gold medal )जीत अपने देश का और अपने पिता - माता का नाम रोशन किया है। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-08-04 10:54 GMT

रायपुर । बेटियां अब हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही हैं। कहते हैं कि, बेटी मां बाप का मान, अभिमान और सम्मान होती है। जीत के लिए जूनून चाहिए, आत्मविश्वास रगों में खूब चाहिए, ये आसमान भी आएगा जमी पर, बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए, जी हां छत्तीसगढ़ की बेटी दुर्गा ने यह साबित कर दिया है कि छत्तीसगढ़ की बेटी समंदर के उस पर भी कम नहीं है। दुबई में आयोजित बॉक्सिंग चौंपियनशिप टूर्नामेंट ( boxing championship tournament ) में गोल्ड मेडल (gold medal )जीत अपने देश का और अपने पिता - माता का नाम रोशन किया है। 

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दराअसल, छुरा (Chura ) की रहने वाली दुर्गा ने एक बार फिर प्रदेश का मान बढ़ाया है. दुर्गा ने दुबई में आयोजित बॉक्सिंग चौंपियनशिप टूर्नामेंट ( Boxing Championship Tournament ) में गोल्ड मेडल (gold medal ) अपने नाम किया है। दुबई में 8वीं संयुक्त भारतीय खेल ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग चौंपियनशिप टूर्नामेंट 1 अगस्त से 6 अगस्त तक आयोजित है, जिसमे केन्या , भारत, फिलीपींस, दुबई, थाइलैंड, नेपाल, श्रीलंका, मालदीव और पाकिस्तान ने भाग लिया है।इसमें छत्तीसगढ़ के छुरा नगर से दुर्गा चंद्राकर (Durga Chandrakar )ने भी बॉक्सिंग चौंपियनशिप टूर्नामेंट (Boxing Championship tournament ) में 50 किलोग्राम ग्राम वर्ग फ्री स्टाइल में भाग लेकर फिलीपींस की जॉर्जी, केन्या के मेई और दुबई की अल्फलिस्ता को हराकर फाइनल में पहुंची और श्रीलंका की मैरी थमसन को को एकतरफा हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है।

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दुर्गा ने तीसरी बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीता गोल्ड मेडल

दुर्गा ने बताया कि, छुरा नगर में उनका घर है। वह एक सामान्य परिवार में पली बढ़ी है। पिता मनोज चंद्राकर पेशे से वाहन चालक हैं। माँ गृहणी है। दुर्गा बस्तर के गीदम में एकलव्य विद्यालय में संविदा पिटी टीचर है। आर्थिक संकट के बीच अपने लगन व मेहनत से लगातार अभाव में कड़ी मेहनत कर विदेश में परचम लहराया है। दुर्गा लगातार तीसरी बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीता है। इससे पहले नेपाल और थाइलैंड में भी गोल्ड मेडल जीता है,जबकि नगर में प्रैक्टिस के लिए न स्थान है न ही सुविधा है। 



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