छोटी बच्चियों के सामने जाम छलकाने लगे बेवड़े सचिव : छात्राओं की सुरक्षा को ताक पर रखकर जंगल में उनके सामने पीने लगे शराब

लोगों को शक हुआ कि, कहीं छात्राओं के साथ कुछ गलत तो नहीं हो रहा। इस आशंका पर जब ग्रामीण वाहन के पास पहुंचे। वहां का नजारा देख ग्रामीण दंग रह गए। छात्राएं वाहन के बाहर जमीन पर बैठी थीं और नमकीन खा रहीं थीं। पास बैठकर ही दो व्यक्ति शराब पी रहे थे। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2022-11-26 07:29 GMT

जीतेन्द्र सोनी-जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से जिला स्तरीय छग ओलंपिक में खेलने पहुंची छात्राओं को जंगल लाकर उनके सामने ही सचिवों के शराब पीने का मामला सामने आया है। इस मामले के उजागर होते ही आयोजन की सुरक्षा पर सवालिया निशान उठने लगा है। इससे एक बार फिर आयोजकों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।

मिली जानकारी के अनुसार जिला स्तरीय छग ओलंपिक में छात्राओं को खेलने के लिए लाने का जिम्मा ग्राम पंचायत के सचिवों को दिया गया है। इनके द्वारा छात्राओं को अपनी सुविधा के अनुसार उचित वाहनों से लाया जा रहा है। इस क्रम में बगीचा ब्लॉक से ग्राम पंचायत महुआ के सचिव श्रवण यादव और ग्राम पंचायत लोरो के सचिव मंतू भगत छात्राओं को आयोजन में शामिल होने के लिए लेकर आए। इस दौरान दोनों सचिव छात्राओं को खेल ग्राउंड के बजाए सोगड़ा के भैरव पहाड़ के जंगल ले गए और जंगल में ही उनके बीच बैठकर शराब पीने लगे। आसपास के ग्रामीणों ने जब छात्राओं काे अपने पास बिठाकर शराब पीते सचिवों काे देखा तो यह नजारा देखकर वे भड़क उठे और सभी को गांव ले जाकर बैठा दिया।

  



 


छात्राओं से गलत होने की आशंका में पहुंचे ग्रामीण

ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें भैरव पहाड़ के पास काफी देर तक एक गाड़ी खड़ी दिखी। इस वाहन पर काफी संख्या में खिलाड़ी छात्राओं को बैठे हुए सड़क किनारे से ही ग्रामीणों ने देखा था। देर तक वाहन को उसी स्थान पर खड़ी देख आसपास के लोगों को शक हुआ कि कहीं छात्राओं के साथ कुछ गलत तो नहीं हो रहा है। इस आशंका पर जब ग्रामीण वाहन के पास पहुंचे। वहां का नजारा देख ग्रामीण दंग रह गए। छात्राएं वाहन के बाहर जमीन पर बैठी थीं और नमकीन खा रहीं थीं। पास बैठकर ही दो व्यक्ति शराब पी रहे थे।

  



 


सचिवों की हरकत से नाराज हुए ग्रामीण

  



 

ग्रामीणों ने बताया कि, जब इन व्यक्तियों से इनकी पहचान पूछी गई तो, एक ने खुद को ग्राम पंचायत महुआ का सचिव श्रवण यादव और दूसरे ने खुद को ग्राम पंचायत लोरो का सचिव मंतू भगत बताया। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि, वे बगीचा ब्लॉक से छग ओलंपिक में खिलाड़ियों को लेकर आए थे। सचिवों की इस हरकत से ग्रामीण काफी दुखी हुए। वे सभी को जंगल से हटाकर बस्ती में ले गए। फिलहाल मामले की जांच की जाएगी। यदि ऐसा है, तो यह बेहद गंभीर मामला है। इस मामले में दोनों सचिवों पर कड़ी-से-कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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