CM भूपेश बघेल ने बजट पर कहा-‘अमृतकाल’ में विकास का दावा असत्य
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र के विकास के दावों की पोल खोली है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर एनडीए बनाम यूपीए के आंकड़े जारी कर ‘अमृतकाल’ में देश में कथित ‘ऐतिहासिक विकास’ के दावों को असत्य बताया है।;
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र के विकास के दावों की पोल खोली है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर एनडीए बनाम यूपीए के आंकड़े जारी कर ‘अमृतकाल’ में देश में कथित ‘ऐतिहासिक विकास’ के दावों को असत्य बताया है। उन्होंने कहा, केंद्रीय बजट में छत्तीसगढ़ की योजनाओं की झलक दिखी। छत्तीसगढ़ में जो योजनाएं संचालित हैं, उनका जिक्र केंद्रीय बजट में किया गया है। छत्तीसगढ़ में गरीबों के आवास से कोई समझौता नहीं होगा।
हैलीपेड पर संवाददाताओं से चर्चा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, जैसे 2019 से 2022 के बीच कोविड संकट आया था। वैसे ही 2006 से 2008 के बीच वैश्विक मंदी भी आई थी, लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह के कुशल आर्थिक प्रबंधन के कारण जीएडी की वृद्धि दर पर प्रभाव नहीं पड़ा। मोदी सरकार के ऐतिहासिक विकास के दावों के बीच मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा, वास्तविकता यह है कि यूपीए के 10 वर्ष के कार्यकाल में जीडीपी की औसत वार्षिक वृद्धि दर, एनडीए के विगत 9 साल के कार्यकाल की तुलना में अधिक रही है। उन्होंने कहा, अगर आंकड़ों पर नजर डालिए तो पता चल जाएगा, दरअसल अमृतकाल में देश में कथित ऐतिहासिक विकास का दावा असत्य है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के खिलाफ बोलने वाले भारत विरोधी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और शेयरों की गिरावट पर कहा, मुझे यह शंका है कि कहीं कर्मचारियों के एनपीएस का पैसा डूब न जाए। एसबीआई, एलआईसी में कर्मचारियों का पैसा है। कहीं कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा छिन तो नहीं जाएगा। मामले में भारत सरकार को जवाब देना चाहिए। एक रिपोर्ट से ताश की पत्ते की तरह शेयर मार्केट गिर गया। चोटी से कोई लुढ़कता है तो धड़ाम से गिरता है। पहले जब हम भाजपा के खिलाफ बोलते थे तो हिंदू विरोधी हो जाते थे। जब पीएम और गृहमंत्री के ख़िलाफ बोलते थे तो राष्ट्रद्रोही हो जाते थे, अब इस रिपोर्ट खिलाफ बोलने पर वे कहते हैं, यह भारत विरोधी है। उन्होंने पूछा, तो भारत कौन है? क्या अडाणी भारत हैं?
भाजपा पर सीएम चेहरे को लेकर सवाल
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर सीएम चेहरे को लेकर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा, 2018 में भाजपा 15 सीटों में सिमट गई थी। जनता ने बुरी तरह से नकार दिया था। भाजपा के पास चेहरा कौन है। डॉ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल और राजेश मूणत जैसे लोगों को सामने रखेंगे तो 2023 में क्या होगा, देख लेना। भाजपा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा की बैठक पर उन्होंने कहा, भाजपा के एक बड़े नेता के घर लव-जिहाद हुआ है, शायद इसलिए राज्य में ये बैठक हो रही है।
अंबिका पर अजय बयान देने लायक नहींं
मुख्यमंत्री ने अंबिका सिंहदेव मामले में कहा, अजय चंद्राकर को भैय्यालाल राजवाड़े को नसीहत देनी चाहिए। अजय बयान देने लायक व्यक्ति नहीं हैं। भाजपा खुद उन्हें किसी लायक नहीं समझती, भाजपा कुछ समझती तो नेता-प्रतिपक्ष बना देती।
भूपेश को आंकड़े का ज्ञान कम : रमन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ट्वीट पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पे कहा, उनको आंकड़े का ज्ञान कम है। दुनिया में जीडीपी पर भारत नंबर वन आ गया है, कहां आप तुलना यूपीए सरकार से कर रहे हैं। जीडीपी के मामले पर भारत नंबर वन है। उनसे छग नहीं संभला जा रहा, वो देश की जीडीपी पर बोलकर सिर्फ प्रासंगिक बने रहना चाहते हैं। आप देश की चिंता न करें, उसके लिए हमारे प्रधानमंत्री का आदर्श नेतृत्व है।
कांग्रेस के विधायकों को आ रहे सुझाव
इधर डॉ. रमन सिंह ने विधायक अंबिका सिंहदेव के पति द्वारा वायरल पोस्ट पर कहा, कांग्रेस के बहुत सारे विधायकों को सुझाव आ रहे हैं। टीएस सिंहदेव से लेकर अंबिका सिंहदेव तक अब उनको लगने लगा है कि उनकी राजनीति का समय हो चुका है।