सीएम भूपेश बघेल बोले वैज्ञानिक सोच बहुत जरूरी, इसके बिना इंसान आगें बढ़ नही सकता

रिभूमि रायपुर समाचार: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बिना वैज्ञानिक सोच के इंसान आगे नहीं बढ़ सकता। समय-समय पर नई खोजों ने समाज को आज वर्तमान की इस स्थिति में पहुंचाया है। आज के इस दौर में हर व्यक्ति में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का होना बहुत जरूरी है। इस बारे में सबसे पहले पं. जवाहरलाल नेहरूजी ने सोचा।;

Update: 2023-05-04 02:14 GMT

हरिभूमि रायपुर समाचार: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बिना वैज्ञानिक सोच के इंसान आगे नहीं बढ़ सकता। समय-समय पर नई खोजों ने समाज को आज वर्तमान की इस स्थिति में पहुंचाया है। इसके साथ ही उन्होनें कहा कि आज के इस दौर में हर व्यक्ति में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का होना बहुत जरूरी है। इस बारे में सबसे पहले पं. जवाहरलाल नेहरूजी ने सोचा। उन्होनें कहा कि आजादी के बाद उन्होंने भारत को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लैस करने की मुहिम शुरू की। पंडित नेहरू जी की सोच थी कि जनप्रतिनिधि और वैज्ञानिक यदि तालमेल के साथ काम करें तो देश की हर समस्या का आसानी से हल हो सकता है। ये बातें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को राजधानी के डीडीयू ऑडिटोरियम में दो दिवसीय 18वीं छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस-2023 के शुभारंभ के अवसर देशभर से आए युवा वैज्ञानिकों से कही।

नेहरूजी की सोच को बढ़ा रहे आगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमने नेहरूजी की उसी सोच को आगे बढ़ाने का काम किया है। हमने नागरिकों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण जगाने के लिए कदम उठाए हैं, साथ ही हर क्षेत्र में वैज्ञानिक नवाचारों को अपनी योजनाओं और कार्यक्रमों में शामिल किया है। इसके साथ ही युवा वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि आप में से बहुत युवा ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुडें हैं। आप लोग गांव की समस्याओं को और जरूरतों को बहुत अच्छी तरह समझते और देखते है। सीएम बघेल कहा कि आपकी प्रतिभा और ग्रामीणों के परंपरागत अनुभवों के मेल से देश में एक नए आयाम की ओर लेकर जाएगा। हम उस युग में प्रवेश कर सकते हैं, जिसका सपना महात्मा गांधी देखा करते थे। ग्रामीण भारत और ग्राम स्वराज का सपना हम साकार कर सकते हैं।

मौसम परिवर्तन पर तेज करना होगा शोध

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें मौसम में हो रहे परिवर्तन को नियंत्रित करने की दिशा में शोध तेज करना होगा या फिर इस परिवर्तन के अनुकूल विकल्पों की तलाश करनी होगी। यदि हम संसाधनों का सही से इस्तेमाल न करें तो इसका दुरुपयोग भी होता है, जिससे हमें बचकर रहना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समस्याओं को पुराने शोध के आधार पर खोजने से नए शोध समाज में नहीं आएंगे, इसलिए शोध के नए-नए तरीके युवा वैज्ञानिकों को सोचने चाहिए।

सवाल जरूरी, तभी समाधान

युवा वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि जो व्यक्ति सवाल नहीं करता और समाधान नहीं खोज पाता वह समाज में पीछे रह जाता है। उन्हो्नें उदाहरण देते हुए कहा कि  यदि नेहरू जी आधारभूत संरचनाएं निर्मित नहीं करते तो हम भी अपने पड़ोसी देशों की तरह पिछड़े आज दिखाई दे रहे होते लेकिन आज हम दुनिया से आंख में आंख मिलाकर बात कर रहे हैं।इसके साथ ही उन्होनें कहा कि देश में जब टीवी के बाड़े में सुना तो लोग हंसते थे, इसके बाद फिर मोबाइल के बारे में भी ऐसा ही था, लेकिन आज के दौर में वैज्ञानिक सोच की वजह से मोबाइल में ही लोग टीवी देख रहे हैं। पहले मौसम वैज्ञानिक से जानकारी लेनी पड़ती थी, आज मोबाइल में ही सबकुछ है। 18वीं छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस-2023 के शुभारंभ समारोह में मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल, छत्तीसगढ़ यंग साइंटिस्ट कांग्रेस-2023 के अध्यक्ष प्रो. कल्लोल के. घोष तथा प्रो. शम्स परवेज, छत्तीसगढ़ काउंसिल आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के महानिदेशक डॉ. एस. कर्माकर समेत देशभर से आए युवा वैज्ञानिक उपस्थित थे।

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