अभी सामान्य बीमारी, तीसरी लहर आई तो होगा छोटे बच्चों का सर्वसुविधा युक्त कोविड अस्पताल

छोटे बच्चों के इलाज के लिए राजधानी में बनाए गए पहले सरकारी अस्पताल में अब तक दो सौ बच्चों को उपचार की सुविधा मिल चुकी है। अभी सामान्य बीमारी का इलाज कर रहे डाक्टर तीसरी लहर आने पर इसे बच्चों के सर्वसुविधा युक्त कोविड अस्पताल में तब्दील कर देंगे।;

Update: 2021-07-31 22:03 GMT

छोटे बच्चों के इलाज के लिए राजधानी में बनाए गए पहले सरकारी अस्पताल में अब तक दो सौ बच्चों को उपचार की सुविधा मिल चुकी है। अभी सामान्य बीमारी का इलाज कर रहे डाक्टर तीसरी लहर आने पर इसे बच्चों के सर्वसुविधा युक्त कोविड अस्पताल में तब्दील कर देंगे।

आयुर्वेदिक कालेज में बनाए गए डिस्ट्रिक चिल्ड्रन हास्पिटल की शुरुआत बीस दिन पहले की गई थी जहां अब बच्चों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। छोटे बच्चों के उपचार के लिए वहां विभिन्न तरह की सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। उपकरण मिलते ही आईसीयू भी तैयार कर लिया जाएगा। वर्तमान में यहां चार बच्चों का इलाज चल रहा है जिसमें दो दिन पहले डेंगू की शिकायत पर भर्ती किए बच्चे भी हैं।

वर्तमान में यहां की रोजाना ओपीडी 20 से 25 हो चुकी है जिनमें ज्यादातर की शिकायत सर्दी-खांसी की रही है। बच्चों के इस अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है आने वाले दिनों में अस्पताल पूरी तरह सुविधायुक्त होगा। जिसके बाद परिजनों को निजी अस्पताल जाने की जरुरत नहीं होगी। अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं जुटाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें चालीस आक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था है। गंभीर मरीजों के लिए यहां बीस वेंटिलेटर का इंतजाम किया जा रहा है। यहां न्यू बर्न बेबी केयर सेंटर भी तैयार किया जा रहा है।

 पालकों की निगरानी में इलाज

भविष्य में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है और छोटे बच्चे इसकी चपेट में आते हैं तो उनका इलाज चिल्ड्रन हास्पिटल में माता-पिता की निगरानी में किया जाएगा। अस्पताल में पालकों के रहने की विशेष व्यवस्था की जा रही है। अस्पताल में इस तरह के संसाधन निजी अस्पताल की तर्ज पर जुटाए जा रहे हैं।

चौबीस घंटे सुविधा

छोटे बच्चों के इलाज के लिए तैयार इस अस्पताल में आने वाले बच्चों को चौबीस घंटे उपचार की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए वहां पांच विशेषज्ञ डाक्टरों की नियुक्ति की गई है। चिल्ड्रन अस्पताल का संचालन जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है। प्रदेश में यह छोटे बच्चों का पहला अलग अस्पताल बनाया गया है।

पूरी तैयारी

छोटे बच्चों के इलाज के लिए अस्पताल में पूरी तैयारी की जा रही है। वर्तमान में ओपीडी के साथ बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। भविष्य में आवश्यक होने पर इसे बच्चों का कोविड अस्पताल बना दिया जाएगा।


Tags:    

Similar News