चिता जलाने को लेकर बवाल : जलती चिता से शव बाहर खीचने का आरोप, गांव में भारी तनाव- छह गांवों की पुलिस और तमाम अफसर हालात संभालने में जुटे
एक समाज के लोगों ने वहां अंतिम संस्कार करने पर आपत्ति जताते हुए जलती चिता से शव को बाहर निकाल दिया, इस पर दूसरे समाज के लोग आक्रोशित हो गए। गुस्साए लोगों ने सड़क पर शव रखकर बाराद्वार-जैजैपुर मार्ग को जाम कर दिया। यह मामला बुधवार देर रात का है और तब से अभी तक हंगामें की स्थिति बनी हुई है। पढ़िए पूरी खबर...;
जांजगीर-चांपा। जांजगीर-चांपा जिले के बाराद्वार बसती में श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार को लेकर बवाल मच गया है। बताया जा रहा है कि एक समाज के लोगों ने वहां अंतिम संस्कार करने पर आपत्ति जताते हुए जलती चिता से शव को बाहर निकाल दिया, इस पर दूसरे समाज के लोग आक्रोशित हो गए। गुस्साए लोगों ने सड़क पर शव रखकर बाराद्वार-जैजैपुर मार्ग को जाम कर दिया। यह मामला बुधवार देर रात का है और तब से अभी तक हंगामें की स्थिति बनी हुई है। हालांकि मौके पर SDM सहित 6 थानों की फोर्स मौजूद है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बाराद्वार बस्ती निवासी 24 प्रदीप पाटले ने बुधवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर श्मशान घाट पहुंचे, लेकिन बारिश के कारण वहां दिक्कत आ रही थी। इस पर गांव में ही तालाब के पास स्थित दूसरे समाज के एक अन्य श्मशान घाट ले गए। वहां पर शव के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई और चिता को आग दे दी गई।
जलती चिता से शव निकालने का आरोप
बताया जा रहा है कि उनके ऐसा करते ही जिस समाज का वह श्मशान घाट है, उस समाज के लोग वहां एकत्र हो गए और हंगामा कर करने लगे। आरोप है कि उन्होंने गालियां देते हुए जलती चिता से शव को बाहर निकाल दिया, और चिता पर पानी डाल दिया। शव को लात से मारकर अपमानित करने का भी आरोप लगाया जा रहा है। इस पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे लोग आक्रोशित हो गए। बउ़ी संख्या में समाज के लोग एकत्र होकर शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। हंगामे के चलते देर रात से बाराद्वार-जैजैपुर मुख्य मार्ग बंद कर दिया गया है।
हालात अब भी तनावपूर्ण, गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा एक पक्ष
बाराद्वार बस्ती में दो समाजों के बीच हंगामे और सड़क जाम की सूचना मिलने पर SDM, तहसीलदार सहित छह थानों की पुलिस फोर्स बुला ली गई है। आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने सरपंच जगदीश उरांव सहित 9 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। वहीं समाज के लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं।