कोरोना ने फिर बढ़ाई बेचैनी, पीएमओ ने बुलाई बैठक, छत्तीसगढ़ में भी प्रवेश पर होगी स्क्रीनिंग
कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी है। देश में सक्रिय केस 1,47,306 हैं। वहीं, अब तक देश में कुल 1,17,45,552 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है। केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पीएमओ ने बैठक बुलाई और हालात की समीक्षा की। इधर, छत्तीसगढ़ ने अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया है।;
नई दिल्ली/रायपुर. कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी है। देश में सक्रिय केस 1,47,306 हैं। वहीं, अब तक देश में कुल 1,17,45,552 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है। केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पीएमओ ने बैठक बुलाई और हालात की समीक्षा की। इधर, छत्तीसगढ़ ने अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था करने का निर्देश जारी किया है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ऐहतियाती कदम उठाते हुए अन्य राज्यों से विभिन्न माध्यमों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था करने के निर्देश सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को जारी निर्देशों में कहा गया है कि देश में कोरोना संक्रमण प्रभावित व्यक्तियों की संभावित वृद्धि को देखते हुए विभिन्न माध्यमों से अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ आ रहे यात्रियों की कोविड स्क्रीनिंग एवं कान्टेक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था की जाए। रायपुर एवं जगदलपुर (बस्तर) एयरपोर्ट पर विशेष रूप से मुबंई एवं दिल्ली से आने वाले यात्रियों सहित सभी यात्रियों की निर्धारित एस.ओ.पी. अनुसार कोविड स्क्रीनिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग संबंधी निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। जारी निर्देशों में कहा गया है कि विशेषकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश एवं दिल्ली से सड़क एवं रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों की भी कोविड स्क्रीनिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग हेतु आवश्यक व्यवस्था रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन एवं अन्तर्राज्यीय एंट्री पॉइन्ट पर की जाए। सभी कमिश्नरों और जिला कलेक्टरों को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करते हुए उससे संबंधित अन्य समस्त कार्यवाईयों के लिए भी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
महाराष्ट्र से मप्र आने पर थर्मल परीक्षण
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर वहां से मध्यप्रदेश में आने वाले लोगों को राज्य की सीमा में प्रवेश करते वक्त अपनी थर्मल परीक्षण (शरीर के तापमान की जांच) करवानी होगी। अधिकारियों ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों के बाद यह कदम उठाया गया है।
कर्नाटक ने भी कड़े किये नियम
कर्नाटक सरकार ने सोमवार को स्पष्ट किया कि उसने कोरोना वायरस की वजह से अंतरराज्यीय यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। हालांकि पड़ोसी केरल और महाराष्ट्र से आ रहे लोगों के लिए आरटी-पीसीआर पद्धति से की गई जांच में निगेटिव होने का प्रमाण पत्र जरूरी कर दिया है। यह रिपोर्ट 72 घंटे से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए।
गुजरात में भी स्क्रीनिंग
गुजरात सरकार ने पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा पर चेक पोस्ट लगाकर इन राज्यों से आ रहे लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। इन दोनों राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति की जांच की जा रही है कि कहीं उनमें कोरोना का कोई लक्षण तो नहीं है। बिना लक्षण वाले लोगों को ही राज्य में आने की अनुमति दी जाएगी।
झारखंड में फिर अलर्ट
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए झारखंड में अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि जिलों में कोविड टेस्ट बढ़ाए जाएं। दूसरे प्रदेशों और देशों से झारखंड आने वालों पर पूरी निगरानी रखी जाए। रेलवे स्टेशनों और रांची एयरपोर्ट पहुंचे यात्रियों की आरटी-पीसीआर या ट्रूनेट मशीन से जांच कराएं, ताकि कोरोना संक्रमण का पता चल सके।
कोरोना संकट पर पीएमओ में बैठक
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पीएमओ में आपात बैठक हुई। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण भी मौजूद रहे। इससे एक दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह ने भी कोरोना के बढ़ रहे मामलों की समीक्षा की थी।
गाइडलाइन का पालन करें प्रदेशवासी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना के बढ़ते प्रकरण को देखते हुए प्रदेशवासियों से कोरोना संक्रमण से बचने हेतु पूर्व में जारी गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जब तक हम कोरोना पर विजय प्राप्त नहीं कर लेते तब तक इससे बचने के लिए मास्क पहने, सोशल और फिजिकल डिस्टेंस का पालन करें, थोड़ी-थोड़ी देर में हाथों को धोते रहें। इन उपायों का पालन करने से ही हम अपने प्रदेश में कोरोना को रोकने में काफी हद तक सफल हुए हैं और आगे भी इनका कड़ाई से पालन करते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम कर सकेंगे।
छत्तीसगढ़ में ऐसे निर्देश
रायपुर-जगदलपुर एयरपोर्ट पर मुंबई- दिल्ली से आने वालों की कोविड स्क्रीनिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग
विशेषकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश एवं दिल्ली से सड़क एवं रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों की भी होगी जांच
रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन एवं अंतर्राज्यीय एंट्री पॉइंट पर कोविड स्क्रीनिंग एवं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग
स्वास्थ्य क्षेत्र अग्नि परीक्षा में सफल रहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पिछले साल कोविड-19 महामारी के दौरान भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र की प्रतिष्ठा बढ़ी है और अग्निपरीक्षा में सफलता के साथ दुनिया में इसको लेकर विश्वास कई गुणा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि अब स्वास्थ्य सेवा को किफायती बनाने और इसकी सुलभता को अगले स्तर पर ले जाने की आवश्यकता है। मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में केंद्र के बजट प्रावधानों के प्रभावी क्रियान्वयन पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटित किया गया बजट अब असाधारण है और यह इस क्षेत्र के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान केवल इलाज पर नहीं बल्कि आरोग्य पर है। रोकथाम से लेकर ठीक होने तक समग्र और एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को किफायती बनाने और इसकी सुलभता को अगले स्तर पर ले जाने की आवश्यकता है, जिसके लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सरकार चार मोर्चों पर एकसाथ काम कर रही है- बीमारी की रोकथाम एवं स्वास्थ्य को बेहतर बनाना, सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच सुनिश्चित करना, स्वास्थ्य सेवा संबंधी बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता एवं संख्या में बढ़ोतरी और समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड में काम करना। मोदी ने कहा, बीता वर्ष एक तरह से देश-दुनिया, पूरी मानवजाति और खास करके स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक प्रकार से अग्निपरीक्षा की तरह था। मुझे खुशी है कि देश का स्वास्थ्य क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल रहा। अनेकों की जिंदगी बचाने में हम कामयाब रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ''कुछ महीनों के भीतर ही देश में करीब ढाई हज़ार प्रयोगशालाओं का नेटवर्क खड़ा हो गया, कुछ दर्जन जांच से हम आज करीब 21 करोड़ जांच के पड़ाव तक पहुंच पाए, ये सब सरकार और निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने से ही संभव हुआ है।
केरल व महाराष्ट्र में 75 फीसदी से ज्यादा सक्रिय मामले
महाराष्ट्र व केरल में कोरोना के बेलगाम होते संक्रमण ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अकेले ही दोनों राज्यों में कोरोना के 75 फीसदी से ज्यादा सक्रिय मामले पाए गए हैं। मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि केरल में इस समय कोरोना के कुल सक्रिय मामलों के 38 फीसदी सक्रिय मरीज हैं। जबकि महाराष्ट्र में यह आंकड़ा थोड़ा घटकर 37 फीसदी है। इसके साथ ही देश में अभी तक कोरोना वैक्सीन की 1,17,00,000 से ज्यादा की खुराक लोगों की लगाई जा चुकी है। बतादें कि महाराष्ट्र व केरल समेत देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस का प्रकोप फिर तेजी से बढ़ता दिखाई पड़ने लगा है। महामारी को रोकने के लिए राज्य सरकारों के कोविड-19 के नियमों को सख्ती से लागू करने का ऐलान कर रखा है।