कोरोना ने बसों के साथ रेल, हवाई मार्ग से यात्रा पर लगाया ब्रेक
कोरोना संक्रमण की पहली लहर की अपेक्षा दूसरी लहर में आवागमन के साधनों पर रोक नहीं लगाई गई है, लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से लोग इतना भयभीत हैं कि अपनी जरूरी यात्रा को टाल रहे हैं। यात्रियों की संख्या कम होने से कई मार्गों का रेल संचालन रद्द किया गया है।;
कोरोना संक्रमण की पहली लहर की अपेक्षा दूसरी लहर में आवागमन के साधनों पर रोक नहीं लगाई गई है लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से लोग इतना भयभीत हैं कि अपनी जरूरी यात्रा को टाल रहे हैं। यात्रियों की संख्या कम होने से कई मार्गों का रेल संचालन रद्द किया गया है। उसी तरह से बसों की संख्या घटकर महज गिनती की रह गई है। यात्रियों की कमी से भारी नुकसान होने पर कई विमान कंपनियों ने फ्लाइट की संख्या घटा दी है।
उल्लेखनीय है कि रायपुर बसस्टैंड से अलग-अलग मार्गों के लिए पूर्व में 40 से 45 बसों का संचालन होता था। पिछले दो महीने से पूरे दिन में महज दो दर्जन के करीब बसों का संचालन हो रहा है। लोकल तथा लंबी दूरी मार्ग की ज्यादातर बसों का संचालन बंद हो गया है। वहीं इंटर स्टेट मार्ग पर तेलंगाना और महाराष्ट्र के लिए गिनती की बसों का परिचालन हो रहा है। मध्यप्रदेश तथा ओडिशा सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ से आने-जाने वाली बसों पर रोक लगाने की वजह से इस मार्ग पर बसों का संचालन नहीं हो रहा है।
जगदलपुर मार्ग पर आधा दर्जन से ज्यादा बसें
अलग-अलग बस ऑपरेटरों से बात करने पर उन्होंने बताया है कि कांकेर, कोंडागांव, बीजापुर मार्ग की बसें बंद होने से इस मार्ग के यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने जगदलपुर मार्ग से यात्रा कर रहे हैं। बावजूद इसके जगदलपुर मार्ग पर यात्रा करने वालों की संख्या में गिरावट होने की बात बस ऑपरेटर कह रहे हैं।
लोकल के साथ स्पेशल ट्रेनों की संख्या में कटौती
रेल यात्रियों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। अलग-अलग ट्रेनों से दिनभर में पहले जहां 50 से 60 हजार से ज्यादा यात्री रायपुर आते थे, उनकी संख्या घटकर एक तिहाई रह गई है। वर्तमान में दिनभर में रायपुर पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या 20 हजार के करीब रह गई है। यात्रियों की संख्या में कमी को देखते हुए दो जोड़ी लोकल ट्रेन के साथ आधा दर्जन स्पेशल ट्रेनों की संख्या में रेलवे प्रशासन ने कटौती कर दी है।
बसों में एडवांस रिजर्वेशन बंद
लंबी दूरी की यात्रा करने वालों के लिए पूर्व में बस ऑपरेटर एडवांस में रिजर्वेशन करते थे, लेकिन वर्तमान में यह सुविधा बंद कर दी गई है। साथ ही बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या 30 से कम होने पर बस ऑपरेटर बस संचालन नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह बताते हुए बस ऑपरेटरों ने कहा है कि वर्तमान स्थिति में यात्रियों की कमी से उन्हें बस ऑपरेट करने में नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस वजह से जगदपुर मार्ग की यात्रा टिकट पांच सौ रुपए तक लिया जा रहा है, जबकि जगदलपुर मार्ग का यात्री किराया तीन से साढ़े तीन सौ रुपए के करीब है।
73 हजार रेल यात्रियों ने रिजर्वेशन रद्द कराया
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद से मार्च से अप्रैल के बीच औसतन प्रतिदिन 12 सौ रेल यात्रियों ने अपना यात्रा रिजर्वेशन रद्द कराया है। रेलवे के सीनियर पब्लिक रिलेशन इंस्पेक्टर शिव प्रसाद के मुताबिक मार्च में 33 हजार रेल यात्रियों ने अपनी यात्रा रद्द की है, वहीं अप्रैल में 40 हजार रेल यात्रियों ने अपनी यात्रा रद्द की है। मार्च की अपेक्षा अप्रैल में औसतन 13 सौ 33 यात्रियों ने अपनी यात्रा रद्द की है।