नक्सल के नाम पर भ्रष्टाचार : बिना पौधे लगाए अधिकारी डकार गए 2 करोड़ 55 लाख, तालाब... बोर... और फेंसिंग का भी नहीं हुआ काम
2021-22 में राज्य कैम्पा मद के अंतर्गत एनएमडीसी स्क्रीन प्लांट के तहत क्षतिपूर्ति सिंचित पौधारोपण कार्य आया था। इस पर वन विभाग बचेली रेंज के तात्कालिक अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार कर बिना पौधा लगाए और कोई कार्य बिना ही सरकारी खजाने में सेंधमारी करते हुए पूरा पैसा डकार गए। पढ़िए पूरी खबर...;
पंकज भदौरिया/दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा वन विभाग के जंगलराज का बड़ा पर्दाफाश बचेली रेंज के राजा बंगला क्षेत्र से हुआ है। यहाँ वर्ष 2021-22 में राज्य कैम्पा मद के अंतर्गत एनएमडीसी स्क्रीन प्लांट के तहत क्षतिपूर्ति सिंचित पौधारोपण कार्य आया था। इस पर वन विभाग बचेली रेंज के तात्कालिक अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार कर बिना पौधा लगाए और कोई कार्य बिना ही सरकारी खजाने में सेंधमारी करते हुए पूरा पैसा डकार गए।
रोपने थे एक लाख पैंतीस हजार छ सौ छियानवे पौधे
दरअसल बचेली रेंज के कक्ष क्रमांक आरएफ/1827 जिसमें 264.881 रकबा प्रस्तावित भूमि है। इसमें से 132 हेक्टेयर में विभाग को 2 करोड़ 55 लाख रुपए के मिश्रित प्रजाति के कुल एक लाख पैंतीस हजार छ सौ छियानवे पौधे रोपने थे। मगर ग्राउंड जीरो की रिपोर्ट वन विभाग के कागजी कारनामे की पूरी हवा खोल कर रख दी है।
नक्सलक्षेत्र के नाम खेला गया खेल
राजा बंगला की जगह घोर नक्सल प्रभावित इलाका जहाँ आम लोगों की पहुँच नामुकिन है, इसलिए वन विभाग ने बड़ी आसानी से इस जगह पर भ्रष्टाचार का खेल खेला है। चयनित क्षेत्र में पौधरोपण के साथ प्रति 10 एकड़ में तालाब उत्खनन, बोर खनन, फेंसिंग भी करवाना था, लेकिन कोई भी काम नहीं किया गया। हरिभूमि डॉट कॉम के पास सम्बंधित कार्य से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे हैं, जो कि फारेस्ट विभाग दंतेवाड़ा का अब तक का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बन सकता है। इधर इस मामले में वर्तमान में मौजूद वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा कहते हैं कि पौधे रोपे गए हैं पर झाड़ियों की वजह से नहीं दिख रहे हैं। इससे अधिक जानकारी मुझे नहीं है।