मोबाइल के लिए डेम खाली कराया : रमन-बघेल में ट्विटर वार, पढ़िए एक-दूसरे पर कैसे कर रहे वार
फूड इंस्पेक्टर के परलकोट जलाशय में गिरे मोबाइल का मामला गरमाता जा रहा है। सियासत इस कदर बढ़ गई है कि, पानी फेंकने का मामला गोठान, मितान योजना, राशन कार्ड, पनामा में खाते तक पहुंच गया है।...पढ़े पूरी खबर;
रायपुर। फूड इंस्पेक्टर के परलकोट जलाशय में गिरे मोबाइल का मामला गरमाता जा रहा है। सियासत इस कदर बढ़ गई है कि, पानी फेंकने का मामला गोठान, मितान योजना, राशन कार्ड, पनामा में खाते तक पहुंच गया है। इस मसले को लेकर सीएम बघेल और पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के बीच ट्वीटर वार का सिलसिला शुरू हो गया है। सीएम बघेल का कहना है कि, नवा छत्तीसगढ़ में किसी को भी परमिशन नहीं है कि वो अपने पद का फायदा उठाए, जिसने ऐसा किया था उसे पहले ही निलंबित कर दिया गया है। पहले फर्जी राशन कार्ड बनते थे अपने लोगों का 'पनामा' में खाता खुलवाते थे। जनता का खाता खुलवाना भूल जाते थे। हालांकि अब ऐसा नहीं होता है।
'नवा छत्तीसगढ़' वाली लोरी सुनकर सुस्ता रहे थे क्या ?
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सीएम बघेल पर पलटवार करते हुए कहा कि, "नवा छत्तीसगढ़" वाली लोरी सुनकर सुस्ता रहे थे क्या? लाखों का पानी बर्बाद हो गया और आप योद्धा बनकर बहादुरी दिखा रहे हो...वैसे अधिकारियों की मनमानी और पुलिस की गुंडागर्दी इस कांग्रेसी कुशासन में होना कोई नई बात नहीं हैं। अगर ध्यान से देखा जाए तो सरगुजा का एक वीडियो दिखाई सामने आया है, जिसमें फर्जी राशन कार्ड, पनामा का चूरण ही बेचते रहोगे या कुछ सिद्ध भी कर पाओगे। सत्ता में बैठकर सिर्फ झूठे आरोप मढ़ने से अच्छा होगा कि "मितान योजना" को "गोठान योजना" न बनने दें। अगर ऐसा हुआ तो जनता हिसाब ले लेगी।
एक मोबाइल के लिए 20 लाख लीटर पानी किया बर्बाद...
ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर बूंद-बूंद पानी के लोग तरस जाते है। गर्मियों के दिनों में तो पानी नसीब होना मुश्किल हो जाता है। लेकिन ये क्या...एक सरकारी अधिकारी ने अपनी डेढ़ लाख रुपए की मोबाइल ढूंढने के लिए जलाशय का 20 लाख लीटर पानी व्यर्थ बहा दिया। यह मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजूर का है, जहां खाद विभाग में पदस्थ फूड इंस्पेक्टर ने परलकोट जलाशय में अपनी महंगी मोबाइल गिरा दिया और उसे ढूंढने के लिए डीजल पंप लगाकर जलाशय से लगभग 20 लाख लीटर पानी खाली करवा दिया। अधिकारी का मोबाइल तो मिल गया, लेकिन पानी में गिरने की वजह से चालू नहीं हो पा रहा, जानकारी के मुताबिक 20 लाख लीटर पानी से डेढ़ हजार एकड़ खेत की सिंचाई की जा सकती थी, लेकिन फूड अफसर के कारनामे से लाखों लीटर पानी बर्बाद हो गया।