शराब दुकान के खिलाफ प्रदर्शन : ग्रामीण शराब दुकान के सामने बैठे धरने पर, प्रशासन के साथ बनी सहमति
भाजपा पार्षद के साथ ग्रामीणों ने शराब दुकान के सामने विरोध प्रदर्शन किया। सूरजपुर में अभी संचालित शराब दुकान को हटाकर पुरानी जगह ले जाकर शराब दुकान अस्थाई रूप से शुरु करने के साथ ही विरोध शुरु हो गया। पढ़िए पूरी खबर...;
नौशाद अहमद-सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में शराब दुकान को हटाने की मांग को लेकर भाजपा पार्षद के साथ ग्रामीणों ने शराब दुकान के सामने विरोध प्रदर्शन किया। सूरजपुर में अभी संचालित शराब दुकान को हटाकर पुरानी जगह ले जाकर शराब दुकान अस्थाई रूप से शुरु करने के साथ ही विरोध शुरु हो गया। वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद और वहां के निवासियों ने विरोध करते हुए शराब दुकान को कुछ देर के लिए बंद कर दिया और वहीं पर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए।
उल्लेखनीय है कि जब इसकी जानकारी जिले के अधिकारियों के साथ पुलिस को लगी तो मौके पर तहसीलदार राठौर के साथ पुलिस बल पहुंचकर आंदोलन कर रहे लोगों से बात की। ओदोलन का नेतृत्व कर रहे पार्षद जियाउल हक का कहना था कि, यहां पर शराब दुकान खुलने से माहौल पूरी तरह से खराब हो जाता है। महिलाओं पर इसका ज्यादा असर पड़ता है, साथ ही बच्चों पर भी इसका असर देखने को मिलता है। इसलिए हम सबकी यही मांग है कि यहां पर शराब दुकान ना खोलें। कहीं और इसकी व्यवस्था करने को कहा, इससे पहले जब यहां शराब दुकान थी, तो कई बार एक्सीडेंट और लड़ाई-झगड़ा भी हो चुका है। साथ ही महिलाओं का भी आना-जाना मुश्किल हो जाता है।
महिलाओं ने कहा शराब दुकान से होती हैं परेशानियां
हमारी यही मांग है कि यहां से शराब दुकान हटा दिया जाए। वहीं तहसीलदार से बात होने पर कुछ शर्तों के साथ 1 महीने के लिए शराब दुकान खोलने की सहमति बन गई है। वहां पर पहुंची महिलाओं ने कहा कि शराब दुकान होने से हमें बहुत सारी परेशानियां होती हैं। यहां से शराब दुकान हट जाना चाहिए।