आरक्षण के लिए प्रदर्शन : सर्व आदिवासी समाज ने रैली निकालकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

सर्व आदिवासी समाज की मांग है कि संविधान के तहत हमे 32% आरक्षण मिला था। पंरतु उच्च न्यायालय बिलासपुर के में 19 सितंबर को फैसले के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य आरक्षण अध्यादेश 2012 अमान्य हो गया हैं पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2022-10-10 10:53 GMT

कुलजोत संधु-कोंडागांव/केशकाल। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के सर्व आदिवासी समाज ने आरक्षण की कटौती पर विरोध प्रदर्शन किया। कोंडागांव जिले के ब्लाक मुख्यालय केशकाल, फरसगांव और विश्रामपुरी में आरक्षण बचाओ आंदोलन के नारे के साथ धरना प्रदर्शन किया। रैली निकालकर एसडीएम को ज्ञापन सौपा गया है।

मिली जानकारी के अनुसार, सर्व आदिवासी समाज की मांग है कि संविधान के तहत हमे 32% आरक्षण मिला था। पंरतु उच्च न्यायालय बिलासपुर के में 19 सितंबर को फैसले के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य आरक्षण अध्यादेश 2012 अमान्य हो गया हैं। इस फैसले से छत्तीसगढ़ राज्य के आदिवासी समुदाय को शैक्षणिक संस्थाओं में प्रवेश तथा शासकीय सेवा की नई नियुक्तियों और पदोन्नति में जनसंख्या प्रावधान 32% आरक्षण प्रभावित होगा। संभवत 20% होने की संभावना है जिसको लेकर के कोंडागांव जिले में सर्व आदिवासी समाज सडको पर उतर आया।


आदिवासी समाज के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे

व्यापारियों ने भी बंद को समर्थन दिया शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी बंद का असर दिखाई दिया। केशकाल क्षेत्र में बंद पुर्ण रुप से सफल रहा प्रदर्शन के बीच सर्व आदिवासी समाज के लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे। आरक्षण के मुद्दे पर समाज का आक्रोश दिखाई दिया इस बीच सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

Delete Edit


Tags: