बस्तर में आफत की बारिश : पोलावरम परियोजना में पड़ी बाधा, कई क्षेत्र बने टापू, उफनती नदियों में डूब रहे कई गांव
भारी बारिश से नदी-नाला उफान पर है। पानी पुल-पुलियों के ऊपर से बह रहा है। सुरक्षा को देखते हुए आवागमन बन्द कर दिया गया है। जुलाई के महीने में ही नदी का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति आ गई है। एक गांव तो टापू बन गया है। पढ़िए पूरी खबर...;
सुकमा/जगदलपुर/बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में बारिश अफत बनकर बरस रही है। भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। पानी पुल-पुलियों के ऊपर से बह रहा है। सुरक्षा को देखते हुए कई मार्गों पर आवागमन बन्द कर दिया गया है। जुलाई के महीने में ही नदियों का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। इसके कारण बांध निर्माण कार्य में समस्या आ रही है। उफनती नदियों के कारण आस-पास के गांव डूब सकते हैं। इसे लेकर अलर्ट जारी किया गया। लगातार बारिश होने से जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। कई गांव टापू में तब्दील हो गए है। वहीं सड़कों पर भी लबालब पानी भरा हुआ है। इससे आवागमन प्रभावित है।
पोलावरम परियोजना के लिए भारी बाढ़, ऊपर भारी बारिश के साथ उफनती गोदावरी
भारी बारिश के कारण गोदावरी नदी का जल स्तर फिर बढ़ने लगा है। इस मौसम की शुरुआत में ही गोदावरी में भारी बाढ़ आई है। 100 साल के इतिहास में यह पहली बार है, जब गोदावरी में जुलाई के महीने में इतनी भारी बाढ़ आई हो। पोलावरम स्पिलवे पर गोदावरी का जलस्तर 34,100 मीटर तक पहुंच चुका है। वहीं पोलावरम परियोजना के पास गोदावरी का जल स्तर पिछले साल पूरे सीजन के दौरान 34.7 मीटर था। स्पिलवे 48 फाटकों को उठाता है और 15 लाख क्यूसेक से अधिक बाढ़ का पानी नीचे की ओर छोड़ता है। उधर तेलंगाना के भद्राद्रि कोत्तागुडम जिले के कलेक्टर के अनुसार गोदावरी में शाम तक 65 फिट पानी बढ़ सकता है। गोदावरी का पानी बढ़ने पर सुकमा जिले के शबरी का पानी भी बढ़ सकता है, जिससे जिले के कई गांव डुबान में आ सकते हैं। कोंटा की पुरानी बस्ती डूब सकती है। इसे लेकर भद्रद्री कोत्तागुडम के कलेक्टर ने अलर्ट जारी कर दिया है। देखिए वीडियो-
सड़कों पर लबालब पानी, CG का अंतिम छोर तारलगुड़ा क्षेत्र बना टापू
बीजापुर में 5 दिनों से बारिश का कहर जारी है। लगातार बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बरसात के चलते छत्तीसगढ़ का अंतिम छोर तारलागुडा टापू बन गया है। बीजापुर-भोपालपटनम और तेलंगाना दोनों तरफ से बाढ़ के कारण आवागमन बन्द कर दिया गया है। 100 से अधिक गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट चुका है। वहीं भोपालपटनम इंद्रावती तीमेड का जल स्तर बढ़कर 12.130 मीटर हो गया है। 17 मीटर तक पहुंचा तो खतरे का निशान है। तारलागुडा रोड पर चिंतावगु नाले के दोनों ओर सड़क पर लबालब पानी भर गया है। इसके कारण आवागमन बाधित है। बताया जा रहा है कि 1 जून से अब तक ब्लाक में 920.5 मिमी. वर्षा हुई है। वहीं बुधवार को 155.0 मिमी वर्षा दर्ज किया गया है।
इंद्रावती का जल स्तर बढ़ा, पुल के ऊपर से बह रहा पानी
जगदलपुर में भी आफत की बारिश हो रही है। लगातार बारिस से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इंद्रावती नदी का जल स्तर बढ़ने पुराना पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है। सुरक्षा को देख आवागमन बन्द कर दिया गया है। साथ ही मौके पर सुरक्षा बल तैनात कर इंद्रावती के किनारे में बसे लोगों को आलर्ट किया गया है। देखिए वीडियो-