पशु किसान क्रेडिट कार्ड के ऋण में गड़बड़ी, जांच करने पहुंची टीम से सहकारी समिति में मची हड़कंप
टीम को प्रारंभिक जांच में मिली कई खामियां, ढाई करोड़ की गड़बड़ी का अनुमान, हितग्राहियों से पूछताछ में जुटी टीम, हो सकता है बड़ा खुलासा। पढ़िये पूरी खबर ...;
कमालजीत सिंह- भैयाथान। जनदर्शन में पशु किसान क्रेडिट कार्ड ऋण के नाम पर की गई अनियमितता की शिकायत को कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित कर दी है। टीम ने भी बारिकी से जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जहां उन्हें लगभग ढाई करोड़ की गड़बड़ी होने का अनुमान है।
बताया जा रहा है कि शिवप्रशादनगर सहकारी समिति में पशु किसान क्रेडिट कार्ड ऋण के नाम पर हुई गड़बड़ी की शिकायत की जांच करने एसडीएम सागर सिंह सहित लीड बैंक मनीजर शिबू इपेन, उप पंजीयक जी.एस. शर्मा व सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी गिरजाशंकर साहू की चार सदस्यीय टीम ने गुरुवार को जिला सहकारी बैंक भैयाथान एवं आदिम जाति सेवा सहकारी समिति सोनपुर में दबिश दी । पशु किसान क्रेडिट कार्ड ऋण की गड़बड़ी में शामिल जिम्मेदारों ने ऋण से जुड़े दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने का काफी प्रयास किया, परंतु असफल रहे। जांच टीम सहकारी बैंक भैयाथान से पशु ऋण से जुड़े आवश्यक दस्तावेज जमा कर सोनपुर सहकारी समिति पहुंची, जहां शिवप्रशादनगर समिति अन्तर्गत स्वीकृत पशु ऋण से जुड़े व अन्य आवश्यक दस्तावेज को जब्त किया। इसके बाद बसदेई चौकी पुलिस के साथ पशु ऋण प्राप्त किसानों के घर पहुंची, जहां उनसे आवश्यक पूछताछ की और पंचनामा बनाया गया।
कलेक्टर जनदर्शन में हुई थी शिकायत
11 अक्टूबर के जनदर्शन में सोनपुर समिति अंतर्गत किसानों ने कलेक्टर से इस बात की शिकायत की थी कि यहां के समिति प्रबंधक जो शिवप्रशादनगर समिति के भी प्रभारी प्रबंधक हैं के पक्षपाती रवैये के से छः माह पूर्व जमा किये गये पशु किसान क्रेडिट कार्ड ऋण की स्वीकृति नहीं मिली है। वहीं समिति प्रबंधक कूटरचित दस्तावेज के सहारे शिवप्रशादनगर समिति अंतर्गत करोड़ों का ऋण ऐसे सैकड़ों किसानों का कूटरचित दस्तावेज के सहारे स्वीकृत करा दिया है, जो नियम विरुद्ध है एवं एक ही परिवार से 4 से 5 लोगों को पशु ऋण का लाभ दिया गया है। उक्त कृत्य में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक भैयाथान के शाखा प्रबंधक की भी भूमिका संदेहास्पद होने की बात कहते हुए किसानों ने कलेक्टर से शिकायत की थी और जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
2.5 करोड़ का लेनदेन
जांच दल द्वारा पशु किसान क्रेडिट कार्ड में हुए भ्रष्टाचार की बारिकी से जांच की जा रही है । सहकारी बैंक व सहकारी समिति से प्राप्त दस्तावेज तथा किसानों के बयान के आधार पर देखा जाये तो प्रथम दिवस के जांच में ही भ्रष्टाचार होने की पुष्टि की जा चुकी है। पशु क्रेडिट कार्ड के नाम से गलत तरीके से लगभग 2.5 करोड़ की राशि का लेनदेन करने का मामला सामने आया है। किसान जांच दल के समक्ष अपने बयान में समिति प्रबंधक व बैंक शाखा प्रबंधक के साथ -साथ कुछ रसूखदारों पर कमीशनखोरी करते हुए राशि बंदरबांट का आरोप लगाया है । साथ ही जांच के दौरान इस बात की भी पुष्टि की जा चुकी है कि जिस दुधारु पशु के नाम पर ऋण प्रदाय किया गया है वह पूर्ण रूप से नियम विरुद्ध है । जांच दल को किसानों के घर में एक भी दुधारू पशु नहीं मिलने की बात कही जा रही है। आने वाले दिनों में जांच के दौरान एक बड़ी राशि के बंदरबाट का मामला भी सामने आ सकता है।
जांच अधिकारी का बयान
प्रारंभिक जांच में कई खामियां पायी गई है, पशु ऋण के तहत जितनी राशि प्रदाय की गई है, उतने पशु किसानों के पास नहीं है, जिसका भौतिक सत्यापन किया गया है। प्रथम दिवस जांच में मात्र चार-पांच किसानों से ही पूछताछ की गई है, विस्तृत जांच अभी जारी है, जांच उपरांत दोषियों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
सागर सिंह, एसडीएम एवं जांच अधिकारी
भैयाथान