दान की जमीन की हेराफेरी, ट्रस्ट्र बनाकर कब्जा, 22 में से 15 एकड़ बेचा
हरिभूमि रायपुर समाचार: रायपुर जिले के अभनपुर तहसील अंतर्गत उरला गांव में भगवान शिवशंकर व मां पार्वती मंदिर के नाम पर कई दशक पहले दान की गई 22 एकड़ जमीन में से 15 एकड़ से ज्यादा जमीन मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बेच दी। यह मामला काफी पुराना है। कलेक्टर ने इस मामले में अभनपुर एसडीएम को जांच के निर्देश दिए थे।;
हरिभूमि रायपुर समाचार: रायपुर जिले के अभनपुर तहसील अंतर्गत उरला गांव में भगवान शिवशंकर व मां पार्वती मंदिर के नाम पर कई दशक पहले दान की गई 22 एकड़ जमीन में से 15 एकड़ से ज्यादा जमीन मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बेच दी। यह मामला काफी पुराना है। कलेक्टर ने इस मामले में अभनपुर एसडीएम को जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद से इस मामले की लगातार जांच चल रही है, लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। एसडीएम अभनपुर ने बताया कि यह मामला अब तहसील स्तर का नहीं रह गया है, क्योंकि यह मामला अब अपर कलेक्टर रायपुर तक पहुंच चुका है। वे ही इस मामले को देख रहे हैं।
जुलाई 2019 से अब तक कई बार कलेक्टर से शिकायत
शंकर-पार्वती मंदिर ट्रस्ट के खिलाफ जुलाई 2019 से लगातार शिकायत कलेक्टर से की जा रही है। अंतिम बार शिकायत मार्च 2023 में की गई है। शिकायकर्ता ने आरोप लगाया है कि 19 अगस्त 1943 में एक मालगुजार किसान गिरधारी शंकर ने अपनी 22 एकड़ जमीन मंदिर के नाम पर दान की थी। यह जमीन एनएच 30 से लगी हुई है। इस जमीन पर मंदिर के नाम से अब कुछ लोगों ने ट्रस्ट बनाकर कब्जा कर लिया है। इसके बाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने 22 एकड़ जमीन में से 15 एकड़ से ज्यादा जमीन बेच भी दी है। शेष जमीन पर अभी भी ट्रस्ट के पदाधिकारियों का ही कब्जा है।
शिकायत पर दिए जांच के आदेश
जमीन बेचने की शिकायत पर कलेक्टर ने इस मामले की जांच के लिए अभनपुर एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं। इस निर्देश के बाद अभनपुर तहसीलदार इस मामले की जांच भी कर रहे हैं, लेकिन यह जांच कई महीनों में भी पूरी नहीं हो पाई है।
जमीन के रिकार्ड में ट्रस्ट के दस्तावेज नहीं
इस मामले में जमीन के सारे रिकार्ड तहसील कार्यालय में जमा कराए गए हैं। इस रिकार्ड में ट्रस्ट पंजीयन का कोई दस्तावेज उपलब्ध होने की जानकारी नहीं मिली है। इसके बावजूद इस मामले की जांच कागजों में सिमटकर रह गई है।
जमीन पर लाखों का लोन
सूत्रों के अनुसार इस जमीन पर लाखों रुपए का बैंक लोन भी लेना बताया जा रहा है। हालांकि लोन किस कार्य के लिए और कितना लिया गया है। इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। यह मामला अब बहुत आगे बढ़ चुका है। हमारे लेवल से प्रकरण का निराकरण नहीं हो पाएगा। अपर कलेक्टर रायपुर अब इस प्रकरण को देख रहे हैं।