दो गुटों में बंटा हाथी दल : जमकर मचाया उत्पात, किसानों की फसलों और घरों को पहुंचाया नुकसान

हाथियों के दल ने दो गुटों में बटकर किसानों की फसलों और उनके घर को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों के इस कदर उत्पात मचाने से ग्रामीण परेशान हैं। वहीं, इस कड़ाके की ठंड में हाथियों के डर से ग्रामीण को घर से बाहर निकलकर रात गुजारना पड़ रहा है। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2022-12-10 06:36 GMT

मरवाही। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले से हाथियों के बड़े दल के उत्पात मचाने का मामला सामने आया है। यहां मरवाही वनमंडल में लगभग 43 हाथियों के दल ने दो गुटों में बटकर जमकर उत्पात मचाया है। हाथियों के दल ने किसानों की फसलों को रौंद दिया। साथ ही उनके घरों को भी नुकसान पहुंचाया है। इसके चलते गांववाले दहशत में हैं और रतजगा करने को मजबूर हैं। वहीं, हाथी के दो दलों में बंट जाने से वन विभाग को मुश्किलों का सामना करना।

दरअसल जिले के मरवाही वन मंडल में हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाया है। हाथियों के दल ने दो गुटों में बटकर किसानों की फसलों और उनके घर को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों के इस कदर उत्पात मचाने से ग्रामीण परेशान हैं। वहीं, इस कड़ाके की ठंड में हाथियों के डर से ग्रामीण को घर से बाहर निकलकर रात गुजारना पड़ रहा है। गांव के लोग मशाल जलाकर हाथियों से बचने का उपाय कर रहे हैं। वहीं, मरवाही वनमंडल के डीएफओ ग्रामीणों को हाथियों के नजदीक नहीं जाने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही हाथी मित्र दल और वनकर्मियों के मदद से हाथियों की मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। DFO सत्यदेव शर्मा ने बताया कि जनवरी 2022 से अब तक हाथियों के हमले में अलग-अलग जगहों पर 7 लोगों की जान जा चुकी है।

शावकों की सुरक्षा के लिए आक्रामक होते हैं हाथी

फिलहाल 40 हाथियों का दल मरवाही रेंज में मौजूद है। वहीं 3 हाथियों के दल ने कोरिया जिला में प्रवेश किया है। दल में दर्जन भर शावक और 10 से अधिक दंतैल हाथी भी शामिल हैं। हाथियों के दल में दर्जनभर शावक होने के कारण ही हाथी काफी आक्रामक हो जाते हैं। शावकों की सुरक्षा के लिए वे किसी पर भी हमला करने से नहीं चूकते। खासतौर पर दंतैल हाथी बहुत अधिक आक्रामक होते हैं, जिनसे लोगों की जान-माल को खतरा बना रहता है। हाथियों ने इन दो दिनों में 18 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है, जिसका आकलन किया जा रहा है।

Tags:    

Similar News