हाथियों का दल पहुंचा रिहायशी इलाके के नजदीक: दहशत में ग्रामीण, वन अमला और पुलिस कर रही निगरानी

जिले में दर्जन भर से अधिक हाथियों का दल रिहायशी इलाके के नजदीक पहुंच गया है। शहरी क्षेत्र से करीब तीन किमी दूर हाथियों का झुंड जंगल में विचरण कर रहा है। वन विभाग और पुलिस निगरानी में जुटी हुई है। पढ़िए पूरी खबर....;

Update: 2023-02-10 07:26 GMT

उमेश यादव-कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में दर्जन भर से अधिक हाथियों का दल रिहायशी इलाके के नजदीक पहुंच गया है। शहरी क्षेत्र से करीब तीन किमी दूर हाथियों का झुंड ग्राम सोनपुरी के जंगल में विचरण कर रहा है। हरीबाजार के ग्राम रेंकी से निकलकर हाथी बीती रात यहां पहुंचे। इससे ग्रामीणों के साथ ही वन अमले में भी हड़कंप मच गया है। हाथियों के कारण किसी तरह की जनहानि न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, कोरबा में 13 हाथियों का दल शहरी क्षेत्र की ओर रुख करने लगा है। हरदीबाजार के ग्राम रेंकी से निकलकर हाथियों का दल कोरबा वन परिक्षेत्र के ग्राम सोनपुरी से सटे हसदेव नदी के किनारे के इलाके में पहुंच गया है। हाथियों के दल में बेबी एलिफेंट भी शामिल है। ग्राम सोनपुरी के पास हाथियों के पहुंचने के कारण ग्रामीणों दहशत में हैं। वहीं हाथियों को देखने के लिए मौके पर लोगों की भीड़ भी लग गई है। सूचना के बाद वन विभाग के साथ ही पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंच गई और लोगों को समझाइश दे रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस इलाके में हाथी पहली बार आए हैं। निश्चित ही जंगलों के कटने के कारण हाथी भटककर रिहायशी इलाके की तरफ रुख कर रहे हैं।

हाथियों का दल देखकर वन विभाग और पुलिस परेशान

हाथियों का दल देखकर वन विभाग के साथ ही पुलिस भी काफी परेशान है। वन विभाग की टीम मौके पर डटी हुई है और हाथियों की निगरानी में लगी हुई है। वन विभाग का प्रयास है, कि हाथी शहरी क्षेत्रों की तरफ रुख न करें इस कारण उन्हें बरबसपुर के रास्ते जंगलों में खदेड़ने का प्रयास किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने बताया, कि हाथियों का दल काफी शांत है और उन्होंने किसी तरह का नुकसान नहीं किया गया है। 

हाथियों की चहलकदमी पर वन विभाग की नजर

मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल हाथियों की चहलकदमी पर वन विभाग नजर जमाए हुए है। उनका प्रयास है, कि हाथियों को जल्द से जल्द जंगल की तरफ खदेड़ा जाए जिससे वे शहर की तरफ न आएं और किसी तरह का नुकसान न हो।

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