हाथियों ने मचाया उत्पात : किसान को मार डाला, फसलों को रौंदा और आदिवासियों के मकानों को भी तोड़ा
दंतैल हाथी ने सूंड से किसान पर हमला कर दिया। इससे किसान की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। 25 से 30 हाथियों के दल फसलों को रौंदते हुए हाथियों के झुंड ने गरीब आदिवासियों के मकानों में भी तोड़फोड़ मचाया है। पढ़िए पूरी खबर...;
एनिशपुरी गोस्वामी/अंबागढ़ चौकी। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में फिर हाथियों का दस्ता पहुंच गया है। हाथियों का झुंड बालोद जिले से होते हुए राजनांदगांव में प्रवेश किया है। दल में 25 से 30 हाथी मौजूद है। खडगांव थाना क्षेत्र के कमकासुर गांव में किसानों के फसलों को रौंदते हुए हाथियों के झुंड ने गरीब आदिवासियों के मकानों में भी तोड़फोड़ मचाया है। सोमवार-मंगलवार दरमियानी रात हाथियों का दस्ता यहां पहुंचा। इसके बाद हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया।
हाथियों के दल पर रखी जा रही निगरानी
ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से वन विभाग को इसकी सूचना दी। इसके बाद टीम भी मौके पर पहुंची है, लेकिन सामान्य वन मंडल और वन विकास निगम पानाबरस प्रोजेक्ट का अमला मिजाज बिगड़े हाथियों के दल पर सिर्फ निगरानी रखे हुए हैं। कमकासुर गांव के कच्चे मकान में निवासरत महिला और बच्चों को आनन-फानन में सुरक्षित रखने स्वास्थ्य केंद्र भवन में स्थापित किया गया है।
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हाथी के हमले से किसान की मौत
वहीं बालोद वन परीक्षेत्र के ग्राम मुल्ले में सोमवार देर शाम दंतैल हाथी ने सूंड से किसान पर हमला कर दिया। इससे किसान की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। इसकी जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मृतक किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मृतक के परिजन को वन विभाग ने तत्काल 25 हजार रुपए की सहायता राशि दी है। मामले में पूरी कार्यवाही के बाद 5 लाख 75 हजार रुपए का चेक परिजन को सांपा जाएगा। फिलहाल वन विभाग की टीम लगातार हाथियों की मॉनिटरिंग कर रही है।